अगर आपसे ये पूछा जाए कि हिंदुस्तान का सबसे पहला सुपरहीरो कौन था तो झट से जवाब आ जाएगा शक्तिमान. बात भी सही है. शक्तिमान से शक्तिमान किसी को समझा ही नहीं जाता था लेकिन शक्तिमान इससे पहले थे भीष्म पितामह. मुकेश खन्ना ने महाभारत में भीष्म पितामह का किरदार निभाया. ये महाभारत के सबसे अहम किरदारों में से एक है.


आपको पता है उन्हें ये रोल मिला कैसे, बहुत दिलचस्प किस्सा है. मुकेश खन्ना उस वक्त तक 15 फिल्में कर चुके थे. मतलब ठीकठाक एक्टर बन गए थे लेकिन उन्हें फिर भी कहा गया कि आपको ऑडिशन देना पड़ेगा. महाभारत के कास्टिंग डायरेक्टर थे गूफी पेंटल. कॉमेडियन पेंटल के भाई. जिन्होंने महाभारत में शकुनि मामा का किरदार भी निभाया था. तो उन्होंने मुकेश खन्ना को सबसे पहले फोन किया. एक्टर्स जब कास्ट करने शुरू किए तो सबसे पहला कॉल मुकेश खन्ना को किया गया.


मुकेश खन्ना ने पूछा कि भई क्या रोल देंगे. उन्होंने बोला या तो अर्जुन..या तो कर्ण..या कृष्ण या फिर भीष्म. उन्होंने कहा ठीक है. तो बात आगे बढ़ी और मुकेश खन्ना ने गेटअप में ये चारों ऑडिशन दे दिए.



उसके बाद उन्हें फिर से बुलाया गया और गुफी पेंटल ने उन्हें कहा कि भई चोपड़ा साहब चाहते हैं कि आप दुर्योधन का रोल करें. मुकेश खन्ना चौंक गए. बोले वो मैं नहीं कर सकता. विलेन मेरे अंदर से नहीं निकलता तो कोई और रोल हो तो बताओ.


अर्जुन के रोल पर उनकी नजर थी लेकिन अर्जुन के रोल के लिए किसी और को कास्ट किया जा चुका था और उसके बाद कर्ण के रोल की बारी आई तो वो भी हाथ से निकल गया. फिर गूफी पेंटल ने कहा कि ऐसा कीजिए खन्ना साहब आप जो हैं गुरु द्रोणाचार्य का रोल कर लीजिए. अब मुकेश खन्ना ने महाभारत क्योंकि पढ़ी थी तो उन्हें लगता था कि महाभारत का हर किरदार जो है वो एक योद्धा की तरह है तो उन्होंने हां कर दी.


लेकिन फिर गुरु द्रोणाचार्य का रोल भी हाथ से चला गया और आखिरकार वो बन गए भीष्ण पितामह तो बहुत सारी मशक्कत के बाद. बहुत सारे किरदारों में रिजेक्शन्स के बाद वो बने लेकिन जब बने तो सबके लिए वो भीष्म पितामह ही हो गए. जिस तरह से उन्होंने उस किरदार को निभाया वो आज भी लोगों के जहन में ताजा है.


महाभारत के बाद मुकेश खन्ना ने और भी कई सीरियल्स में काम किया लेकिन जो सबसे ज्यादा पॉपुलर रहा महाभारत के बाद वो था शक्तिमान. वो बच्चों के फेवरेट हो गए थे.बच्चों के लिए शक्तिमान से बड़ा हीरो कोई था ही नहीं. शक्तिमान काफी वक्त तक चला लेकिन उसके बाद कहा गया कि शक्तिमान की वजह से जो हैं बच्चे छत से कूद रहे हैं.


इस तरह की खबरें आने लगी और शक्तिमान को बंद करना पड़ा. हालांकि ये खबरें भी आई कि दूरदर्शन ने जो हैं हर एपिसोड के बहुत ज्यादा पैसे मांगने शुरू कर दिए और इस वजह से भी ये सीरियल बंद हुआ लेकिन जो भी था जो दौर शक्तिमान का वो बेहद खूबसूरत दौर रहा और उस वक्त वो बड़े हीरो बन गए थे और आज भी बच्चे जो हैं वो शक्तिमान को देखकर बहुत खुश होते हैं.


मुकेश खन्ना मुंबई में ही पैदा हुए. रूही फिल्म से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी. भारतीय फिल्म एंड टेलीविजन संस्थान से पढ़ाई की. उसी स्कूल में नसीरुद्दीन शाह और शक्ति कपूर भी पढ़ा करते थे. फिल्मों से करियर शुरू हुआ. कई फिल्मों में काम किया. ठीक ठाक रोल मिल रहे थे लेकिन जो पॉपुलैरिटी शक्तिमान से मिली. वो उन्हें कभी नहीं मिली.