स्मृति ईरानी के शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' में तुलसी चारों तरफ से मुसीबतों में घिरने वाली है. तुलसी को समझ नहीं आ रहा है कि मिहिर उसे धोखा कैसे दे सकता है. ऐसे में वो मिहिर को छोड़ने का फैसला करेगी. हालांकि, ये सब उसके लिए इतना आसान नहीं होने वाला है.
तुलसी के एक फैसले से 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' की कहानी पूरी तरह से बदल जाएगी. शो में जल्द ही कुछ ऐसा देखने को मिलेगा जिसकी उम्मीद खुद मिहिर ने भी नहीं की होगी.परी ने रणविजय से शादी तो कर ली, लेकिन अब उसे एहसास होगा कि उसने बहुत बड़ी गलती कर दी.
बुढ़ापे में कमाएगी तुलसी
शादी के बाद से परी परेशान रहने लगेगी और रणविजय का कुछ बिगाड़ भी नहीं पाएगी.रिपोर्ट के अनुसार तुलसी लीप के बाद खुद का बिजनेस शुरू करने वाली है. अपना घर चलाने के लिए वो बुढ़ापे में कमाएगी.तुलसी जैसे ही शांति निकेतन से जाएगी गायत्री की नजर प्रॉपर्टी पर पड़ जाएगी.
घर की मालकिन बनने के लिए नॉयना के संग गायत्री हाथ मिलाएगी. नॉयना भी गायत्री की हेल्प से मिहिर के घर में घुस जाएगी. हालांकि, परिवार के लोग नॉयना को तुलसी की जगह नहीं देंगे.शो में 6 साल का लीप आएगी और तुलसी को वृंदा खुशखबरी सुनाएगी. जल्द ही वृंदा जुड़वा बच्चों को जन्म देगी. अंगद इस खबर को सुन काफी खुश होगा. लेकिन, मिहिर को तुलसी इस बात का पता नहीं लगने देगी.
वहीं, नॉयना से मिहिर खुद को दूर रखने की कोशिश करेगा. वो चाहकर भी नॉयना को तुलसी की जगह नहीं दे पाएगा. हालांकि, आगे चलकर मिहिर को नॉयना की तरफ गायत्री धकेल देगी. उसके बाद तुलसी के सारे काम नॉयना ही करने वाली है. इधर, तुलसी भी वृंदा और अंगद के संग खुशी-खुशी अपनी जिंदगी गुजारने वाली है. हालांकि, उसके मन में मिहिर के धोखे की कशक तो रहने वाली है.