Rupali Ganguly On Bollywood Career: हिंदी सिनेमा में करियर बनाना लाखों लोगों का सपना होता है. कुछ लोगों को लाख कोशिशों के बाद फिल्मी दुनिया में काम करने का मौका मिलता है. वहीं, रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) इस मामले में लकी रहीं, क्योंकि उनके पापा ही बॉलीवुड के डायरेक्टर थे. यूं तो रुपाली के लिए फिल्में करना बड़ी बात नहीं थी, लेकिन फिर भी उन्होंने टीवी चुना. एक बार उन्होंने बताया था कि आखिर क्यों वह बॉलीवुड में काम करने से कतराती रहीं.

5 अप्रैल 1977 को जन्मी रुपाली गांगुली के पिता का नाम अनिल गांगुली (Anil Ganguly) है, जो हिंदी सिनेमा के जाने-माने फिल्म डायरेक्टर हैं. अनिल ने ‘साहेब’, ‘तपस्या’, ‘अंगारा’, ‘हमकदम’ जैसी फिल्मों को निर्देशित किया है. पिता के फिल्मी दुनिया से ताल्लुक रखने के चलते उनकी बेटी रुपाली गांगुली को भी बचपन से एक्टिंग का कीड़ा था. वह महज 7 साल की उम्र से एक्टिंग से जुड़ी हैं. रुपाली ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘साहेब’ से महज 7 साल की उम्र में की थी.

इस वजह से छोड़ा फिल्मी करियर

रुपाली गांगुली चाहती थीं कि वह फिल्मी दुनिया की नामी एक्ट्रेस बने और उन्होंने बचपन से ही इस ओर अपना कदम भी बढ़ा लिया था, लेकिन जैसे-जैसे रुपाली बड़ी हुईं, उन्हें इंडस्ट्री के काले सच का पता चला और फिर उन्होंने फिल्मी दुनिया में जाने का अपना सपना छोड़ दिया. रुपाली गांगुली ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनका फिल्मी करियर को छोड़ने का कारण कास्टिंग काउच था. रुपाली ने कहा था कि उन्होंने अपने पिता से वादा किया था कि वह अपनी गरिमा पर कभी भी आंच नहीं आने देंगी. उन्होंने तय कर लिया था कि वह बॉलीवुड की क्वीन बनेंगी, लेकिन जब उन्हें लगा कि वह कास्टिंग काउच से नहीं निपट सकती हैं, इसलिए उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली.

बॉलीवुड छोड़ टीवी की क्वीन बनीं रुपाली गांगुली

एक्ट्रेस ने बॉलीवुड में करियर भले ही न बनाया, लेकिन एक्टिंग के लिए उनका जज्बा हमेशा बरकरार रहा. उन्होंने फिल्मों की जगह टीवी में कदम रखा और शो ‘सुकन्या’ से डेब्यू किया. ‘संजीवनी’, ‘भाभी’ और ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’ जैसे हिट सीरियल्स देने के बाद आज वह नंबर वन शो ‘अनुपमा’ (Anupamaa) में नजर आ रही हैं.

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