दुनिया के मशूहर रॉक बैंड में से एक Pink Floyd के को-फाउंडर और गिटारिस्ट रॉजर वॉटर्स विकिलिक्स के संस्थापक जूलियन एसांज की रिहाई की मांग करने के लिए पिछले हफ्ते लंदन में एक विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए थे, जहां उन्होंने एक युवा भारतीय कवि आमिर अज़ीज़ की कविता के जरिए भारी तालियां बटोरीं.

वॉटर्स की तरफ से कही गई पंक्तियां छात्र आमिर अज़ीज़ द्वारा लिखी कविता 'सब कुछ याद रखा जाएगा' का अनुवाद थीं. कश्मीर में धारा 370 के उन्मूलन से लेकर जामिया मिल्लिया और जेएनयू में छात्रों के खिलाफ हिंसा के साथ-साथ नागरिकता कानून तक की कई घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए आमिर ने जनवरी में ये कविता लिखी थी. उनकी इस कविता पर देश-विदेश और पूरी दुनिया से प्रतिक्रियांए आ रही हैं.

विरोध प्रदर्शन में कविता सुनाने से पहले वॉटर्स ने आमिर अज़ीज के बारे में बताया. उन्होंने जिक्र किया कि भारत में रहने वाले इस कवि ने नागरिकता कानून के विरोध में इस कविता के बोल लिखे हैं. वॉटर्स ने भारत के नागिरिकता कानून को फासीवाद फैलाने वाले कानून बताया. कविता पढ़ने के दौरान उन्होंने आमिर की लेखनी की काफी तारीफ की और उन्होंने कवि के भविष्य को उज्जवल बताया है.

कौन हैं अमीर अज़ीज़?

दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हालिस कर चुके आमिर अज़ीज़ पेशे से एक कवि हैं और उन्होंने चंद धुनों को भी कंपोज किया है. यूट्यूब पर इस कवि की कविताओं को सुनने वाले की संख्या लाखों में हैं.