गुजरे ज़माने के अभिनेता राज कुमार (Raj Kumar) 40 के दशक में मुंबई आए थे. फिल्मों में आने से पहले वह मुंबई पुलिस में सुप्रिटेंडेट हुआ करते थे. बेहतरीन लुक्स और यूनिक आवाज के के चलते कई लोगों ने उन्हें फिल्मों में हाथ आज़माने की सलाह दी. राजकुमार का खुद का भी सपना था कि वह फिल्मों में अपना लक आजमाएं और उन्होंने ऐसा ही किया.

 

राजकुमार ने 1952 में आई फिल्म रंगीली से बॉलीवुड में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा. उनका जानी कहने का अंदाज़ दर्शकों के दिल में उतर गया. इसमें कोई शक नहीं कि राजकुमार काफी मुंहफट किस्म के इंसान थे और उनकी इसी आदत के चलते उनकी कई सितारों से नहीं बनी लेकिन वह अपनी लव लाइफ को काफी पर्सनल रखने में विश्वास रखते थे. उनके लिंक अप की ज्यादा खबरें तो सुनने को नहीं मिलीं लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि वह ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के प्यार में पागल थे.

राजकुमार पर हेमा का खुमार इस कदर चढ़ा हुआ था कि उन्होंने डायरेक्टर एफसी मेहरा से गुजारिश की कि वैजयंतीमाला की जगह हेमा को 'लाल पत्थर' में कास्ट करें. पहले हेमा ने इस फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया था लेकिन फिर राज कुमार के कहने पर वह मान गईं.लाल पत्थर की रिलीज के बाद राजकुमार ने हेमा को मैरिज प्रपोजल भेजा लेकिन हेमा ने शादी से इनकार कर दिया. हेमा ने कहा कि वो उनकी बहुत बड़ी फैन हैं लेकिन उनसे शादी नहीं करना चाहती हैं. हेमा की ये बात सुनकर राज कुमार का दिल टूट गया था.