मुम्बई : देशभर में लागू लॉकडाउन के बीच नवाजुद्दीन सिद्दीकी द्वारा अपने पुश्तैनी गांव बुढाणा पहुंचने को लेकर हुए विवाद को देखते हुए अब उनके भाई शमाज सिद्दीकी ने अपनी सफाई पेश की है.


उल्लेखनीय है कि नवाजुद्दीन अपनी 71 वर्षीय बीमार मां मेहरुनिस्सा सिद्दीकी और कुछ करीबियों के साथ 10 मई को सड़क मार्ग से मुम्बई से 1500 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बुढाणा के‌ लिए निकले थे और 12 मई को वहां पहुंचे थे. वहां पहुंचने के बाद नवाजुद्दीन और उनके साथ गये सभी करीबियों का कोविड-19 टेस्ट कराया गया और 15 को आये नतीजों में सभी को नेगेटिव पाया गया. इस वक्त सभी बुढाणा में होम क्वारंटाइन में हैं.



लेकिन कुछ समाचार एजेंसियां और कई वेबसाइट्स ने इस तरह की खबरें छापीं की लॉकडाउन के दौरान नवाजुद्दीन सिद्दीकी ईद मनाने के लिए अपने गांव गये हैं. ऐसी खबरों का खंडन करते हुए उनके भाई शमास सिद्दीकी ने एक ट्वीट कर अपने भाई की ओर से सफाई दी है कि उनके भाई, मां और अन्य करीबी ईद मनाने के लिए अपने गांव नहीं गये हैं, बल्कि मां की खराब तबीयत को देखते हुए उन्हें यहां से गांव ले जाया गया है.


शमास ने इस बात को भी रेखांकित किया है कि पिछले साल दिसंबर महीने में उनकी छोटी बहन श्यामा तासमी सिद्दीकी की कैंसर से मौत हो गयी थी और ऐसे में इस साल ईद मनाने का सवाल ही नहीं उठता है.



शमास ने अपनी सफाई के साथ पुलिस द्वारा इस यात्रा के लिए जारी किया गया पत्र भी पेश किया है, जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा है कि मुम्बई पुलिस मेडिकल कारणों से नवाजुद्दीन सिद्दीकी और उनके करीबियों को मुम्बई से उत्तर प्रदेश से बुढाणा जाने की इजाजत दे रही है.


माना जा रहा है कि इस पूरे विवाद को देखते हुए खुद नवाजुद्दीन सिद्दीकी भी इस पूरे मसले पर अपनी ओर‌ से एक बयान जारी कर सकते हैं.


'तेरी मिट्टी' गाने के जरिए भोजपुरी ऐक्ट्रेस अंजना सिंह ने कोरोना वॉरियर्स को किया सलाम, वायरल हो रहा है वीडियो


राहुल पर सीतारमण की टिप्पणी के बाद बोलीं ऋचा चड्ढा- मजदूरों के लिए चले ट्रांसपोर्ट, बचेंगी जिंदगियां