बॉलीवुड एक्ट्रेस और स्पोर्ट्स एंकर मंदिरा बेदी (Mandira bedi) ने अब सालों बाद ये खुलासा किया है जब उन्होंने क्रिकेटर टूर्नामेंट की एंकरिंग करना शुरू की थी तब क्रिकेटर्स उनके साथ कैसा बर्ताव करते थे. एक्ट्रेस ने बताया कि क्रिकेटर्स उन्हें नीचा  दिखाते थे,  जब वो सवाल करती थीं तो उन्हें घूरकर देखते थे कि वो कैसे उनसे सवाल कर सकती हैं.  एक्ट्रेस  ने ये भी बताया कि क्रिकेटर्स के इस व्यवहार की वजह से वो कई बार डरा हुआ भी महसूस करती थीं, लेकिन उस वक्त जिस चैनल के लिए वो काम कर रही थीं उसने एक्ट्रेस का बहुत सपोर्ट किया.


मंदिरा ने 2003 और 2007 में ICC क्रिकेट विश्व कप, 2004 और 2006 में चैंपियंस ट्रॉफी और इंडियन प्रीमियर लीग सीज़न 2 के लिए एंकरिंग  की है. मंदिरा उन कुछ चुनिंदा महिलाओं में से एक थीं जो पहले टीवी पर क्रिकेटर टूर्नामेंट की मेज़बानी कर चकी थीं. पिंकविला से बातचीत में मंदिरा ने बताया, 'मुझे कहा गया था कि उस समय पर आपके दिमाग में जो भी सवाल आता है,वो आप खुलकर पूछें, मुझे इस बात की आज़ादी दी गई थी. बेशक, मुझे बहुत सारे क्रिकेटर्स घूरकर देखते थे जैसे, 'ये क्या पूछ रही है, ये ऐसा क्यों पूछ रही है. वो लोग वही जवाब देते थे जो वो देना चाहते थे, इसका मेरे सावल से कुछ भी लेना देना नहीं होता था. ये सब कुछ बहुत-बहुत डराने वाला हो सकता है, लेकिन चैनल ने मुझे भरोसा दिलाया. 150-200 महिलों में से उन्होंने मुझे चुना था. उन लोगों ने मेरे बहुत सपोर्ट किया. उन्होंने मुझसे कहा कि हमने आपको इस वजह से  चुना है क्योंकि आपमें वो बात है जो आप टिक सकती हैं, इसलिए आगे बढ़िए और अपने आप को एंजॉय करिए'.






'शुरुआत में किसी ने भी मुझे स्वीकार नहीं किया, सिर्फ वही लोग नहीं जो पैनल में बैठे हैं. मैं अब उन सभी पूर्व क्रिकेटरों की दोस्त हूं, जिनके साथ मैंने पहले भी काम किया था, लेकिन उन्हें भी ये पसंद नहीं था. उन्हें भी पसंद नहीं था कि कोई महिला साड़ी पहने, क्रिकेट में बात कर रही हो. मैं उन लोगों में से में थी जो क्रिकेट के बारे में बहुत बारीकी नहीं जानता था'.


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