Ashutosh Rana Ravana Video: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प और प्रेरक घटना हुई, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा ने अपनी गहरी सोच और ज्ञान का परिचय दिया. उन्होंने अलग-अलग कार्यक्रमों में कई बार रावण का किरदार निभाया है, वहीं फर्ज प्रभु राम का निभाया. ऐसे में किसी कार्यक्रम के बीच एक शख्स ने आशुतोष राणा से पूछा कि क्या आपको पता है पूरे भारत में रावण का मंदिर कहां है? इस सवाल का आशुतोष राणा ने बहुत सुंदर जवाब दिया.
आशुतोष राणा ने क्या कहा?
सामान्य लोगों की तरह कोई साधारण जवाब की उम्मीद कर रहा था, लेकिन आशुतोष राणा ने ऐसा जवाब दिया कि सभी का दिल खुश हो गया. उन्होंने कहा, ''मैं तो यह मानकर चलता हूं कि एक समय था- सतयुग. उस समय देव अलग लोक में रहते थे और दानव अलग लोक में. फिर आया त्रेतायुग, जिसकी कथा हमने कही- देव और दानव दोनों एक ही लोक में रहने लगे. समय के साथ द्वापर युग आया, तब देव और दानव एक ही परिवार में, एक ही लोक में रहने लगे. अब हम जिस युग में हैं, कलयुग में, देव और दानव दोनों एक ही देह में निवास करते हैं.''
इस जवाब में आशुतोष राणा ने न केवल इतिहास और पुराण की समझ दिखाई, बल्कि यह भी बताया कि अच्छाई और बुराई हर युग में इंसान के जीवन का हिस्सा रही हैं. उनका यह नजरिया सिखाता है कि रावण केवल बुराई का प्रतीक नहीं है, बल्कि उसमें भी ज्ञान, साहस और आत्म-विश्वास जैसे गुण छुपे हुए हैं.
पात्र को अच्छाई-बुराई में बांधकर नहीं देखा जाता
उन्होंने साबित किया कि किसी भी पात्र या प्रतीक को सिर्फ अच्छाई-बुराई में बांधकर नहीं देखा जाना चाहिए. जीवन में देव और दानव दोनों हमारे आसपास रहते हैं, और हमें उन्हें समझकर अपनाना चाहिए.
फिर उसके बाद शख्स ने कहा कि मैं आपको बुलाना चाहूंगा, कभी बैजनाथ, हिमाचल में एक रावण मंदिर है. अगर आप कभी आना चाहें, तो वहां जाकर आप देख सकते हैं कि रावण का सम्मान भी हमारी संस्कृति में मौजूद है.