The Vaccine War: 'द कश्मीर फाइल्स' के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री की ‘द वैक्सीन वॉर’ महीनों के प्रमोशन के बाद 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी. फिल्म को भारतीय दर्शकों के बीच ज्यादातर पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला है. अब फिल्म ने एक और उपलब्धि हासिल कर ली है. दरअसल ‘द वैक्सीन वॉर’ की स्क्रिप्ट को ऑस्कर लाइब्रेरी द्वारा एकेडमी कलेक्शन में एक्सेप्ट कर लिया गया है. विवेक ने गुरुवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर ये गुड न्यूज शेयर की थी और अपने इस प्रोजेक्ट पर प्राउड भी जाहिर किया,
द वैक्सीन वॉर की स्क्रिप्ट ऑस्कर लाइब्रेरी ने एकेडमी कलेक्शन में की शामिलविवेक अग्निहोत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्हें मिली एक्सेप्टेंस ईमेल का एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है और लिखा, “मुझे गर्व है कि द वैक्सीन वॉर ए ट्रू स्टोरी की स्क्रिप्ट को http://Oscars.org की लाइब्रेरी द्वारा 'एकेडमी कलेक्शंस' में आमंत्रित और स्वीकार किया गया है. मुझे ख़ुशी है कि सैकड़ों सालों तक, ज्यादा से ज्यादा लोग इंडियन सुपरहीरो की इस महान कहानी को पढ़ेंगे.”
ऑस्कर लाइब्रेरी से विवेक अग्निहोत्री को भेज गई ईमेल में क्या लिखा है? वहीं विवेक अग्निहोत्री द्वारा शेयर किए गए ईमेल के स्क्रीनशॉट में लिखा है, “हम यहां एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज की लाइब्रेरी में परमानेंट कोर कलेक्शन के लिए द वैक्सीन वॉर के स्कीनप्ले की एक कॉपी प्राप्त करने में इंटरेस्टेड हैं. हमारे कोर कलेक्शन का कंटेंट केवल हमारे रीडिंग रूम में स्टडी के लिए अवेलेबल कराया जाता है. बिल्डिंग से स्क्रिप्ट कभी सर्कुलेट नहीं होती हैं और किसी भी तरह की नकल करना सख्त वर्जित है. हम एक रिसर्च लाइब्रेरी हैं जो सभी के लिए स्वतंत्र रूप से खुला है - छात्रों, फिल्म निर्माताओं और लेखकों के साथ-साथ जनरल इंटरेस्ट वाले लोग भी हमारी यूजर प्रोफ़ाइल बनाते हैं.
ईमेल में आगे कहा गया है, “क्या आप कलेक्शन के लिए शूटिंग स्क्रिप्ट की एक पीडीएफ प्रोवाइड करने में सक्षम हो सकते हैं? हम ऐसी फ़ाइलों को केवल अपने लाइब्रेरी में, अपने फ़ायरवॉल के पीछे डिजिटली एक्सेसेबल बनाते हैं.''
‘द वैक्सीन वॉर’ 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थीबा दें कि ‘द वैक्सीन वॉर’ 28 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. फिल्म में नाना पाटेकर, पल्लवी जोशी, राइमा सेन, अनुपम खेर, गिरिजा ओक, निवेदिता भट्टाचार्य, सप्तमी गौड़ा और मोहन कपूर लीड रोल में हैं. ये कहानी कहानी देश और दुनिया के लिए कोविड-19 के खिलाफ एक अफोर्डेबल वैक्सीन विकसित करने के प्रयास में इंडियन बायो-साइंटिस्ट की सच्ची कहानी के इर्द-गिर्द घूमती है. विवेक के अनुसार, यह भारत की "पहली बायो-साइंस" फिल्म है.