अपने जमाने की मशहूर हीरोइन तनुजा की बेटी और सुपर स्टार काजोल की बहन तनीषा मुखर्जी ने नेपोटिज्म पर होने वाली बहस बकवास बताया है. तनीषा मुखर्जी मुखर्जी ने कहा कि इस मुद्दे पर बात करने से पहले उनकी तरफ देखना चाहिए तो नेपोटिज्म के नाम का एक फेलिंग पोस्टर हैं.
नेपोटिज्म पर होने वाली बहस बेकार
एक इंटरव्यू में तनीषा ने कहा कि नेपोटिज्म पर होने वाली बहस बेकार है. ये एक ऐसा फैंसी शब्द है जिसका इस्तेमाल लोग आउट ऑफ कंटेक्स्ट जाकर करते हैं. आज अगर आप इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत नहीं करेंगे तो कहीं नहीं दिखेंगे. एक इंसान जो स्टार किड नहीं है और इंडस्ट्री में नाम कमाता है,वो कहता है कि उसे पहला ब्रेक मिलने में कितनी दिक्कत हुई. लेकिन स्टार किड की तरह पूर्वानुमान झेलना नहीं पड़ता जैसे ये धर्मेन्द्र का बेटा है तो इसे उनकी तरह होना चाहिए या तनुजा की बेटी है तो उनकी तरह.
उन्होंने कहा कि मैं तो नेपोटिज्म की नंबर एक उदाहरण होनी चाहिए थी. मेरे एक तरफ रानी, एक तरफ अजय देवगन है सामने मां और बहन काजोल हैं. मैं तो नेपोटिज्म का असफल पोस्टर हूं. जो भी इस पर बात करते है वो पहले मुझे देखें और बात करें. तनीषा ने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि जब मैं इंडस्ट्री में आई थी तो लोग मुझसे उम्मीद करते थे कि मैं काजोल की तरह लगूं. लेकिन उसकी ग्रीन आंखे हैं, वो मुझसे लंबी है, कर्ली बाल हैं, वो बिल्कुल मेरे जैसी नहीं है.
स्टार किड होने के बावजूद रहीं फ्लॉप
तनीषा मुखर्जी न सिर्फ एक स्टारकिड है बल्कि उनके परिवार के कई लोगों ने बॉलीवुड में बड़ा नाम कमाया है. मां तनुजा के साथ-साथ बहन काजोल और कज़िन रानी मुखर्जी नामी एक्ट्रेस हैं. उनके जीजा यानी अजय देवगन भी सुपर स्टार हैं. लेकिन तनीषा का करियर ऐसा नहीं रहा. 'Sssshh' फिल्म से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाली तनीषा को कुछ फिल्में तो मिली लेकिन वो खुद को स्थापित नहीं कर पाईं.