सुशांत सिंह राजपूत के चाचा देव किशोर सिंह ने एबीपी न्यूज से कहा कि अब तक मुंबई पुलिस इस मामले में जांच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति कर रही थी. उन्होंने ये भी मांग की इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जानी चाहिए ताकी सच सामने आना चाहिए.

उन्होंने कहा, ''मुंबई पुलिस से हमें ज्यादा उम्मीदें नहीं है, अब तक हम उनकी जांच पर निर्भर पर थे. लेकिन उनसे हमें कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा था. केके सिंह काफी बीमार रहते हैं और वो ज्यादा ट्रैवल नहीं कर सकते.''

जब डीके सिंह से पूछा गया कि आखिर उन्होंने मुंबई की जगह बिहार में ही क्यों एफआईआर दर्ज करवाई. इसके जवाब में उन्होंने कहा, हमें मुंबई पुलिस पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है. मुंबई पुलिस तो जांच कर रही है साथ ही हमारी बिहार पुलिस भी अब इसकी जांच करेगी. हम ही नहीं बल्कि पूरा बिहार ये जानना चाहता है कि आखिर इसके पीछे की सच्चाई क्या है.

साथ ही डीके सिंह ने रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत को अपने वश में कर लिया था और परिवार से मिलने नहीं देती थी. उनके बेटे नीरज सिंह बबलू ने भी उन्हें बताया था कि वो सुशांत से तमाम कोशिशों के बावजूद संपर्क नहीं कर पाते थे.

मुंबई पुलिस ने रखा अपना पक्ष

सुशांत सिंह राजपूत की फाइनल विसरा रिपोर्ट मंगलवार को आई. मुंबई पुलिस कहा कि इस रिपोर्ट में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नही पाई गई. अब उनकी पेट और नाखून की फोरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार है. इसस पहले पोस्टरमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि सुशांत सिंह की मौत फांसी की वजह से दम घुटने स हुई थी. अब तमाम सवालों से घिरी मुंबई पुलिस का कहना है कि सुशांत के परिवार ने अपने किसी भी बयान में रिया का नाम नहीं लिया था.

मुंबई पुलिस से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि सुशांत के परिवार ने बयान दर्ज करवाते वक्त रिया चक्रवर्ती का नाम नहीं लिया था. जबकि उनसे कई बार पूछा गया था. सूत्र ने कहा," हमने सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के हर सदस्य का बयान लिया था, जिनमें सुशांत सिंह के पिता केके सिंह और बहन भी शामिल थे. किसी ने भी अपने बयान में रिया चक्रवर्ती का नाम नहीं लिया जबकि हमने कई बार पूछा था."