मुंबई: सुनील शेट्टी का कहना है कि उन्होंने जब एक्टिंग की शुरुआत की थी तो लोगों ने उन्हें इमोशनलेस बताते हुए ‘वुडन’ (लकड़ा) तक कह डाला था, लेकिन तमाम आलोचनाओं के बावजूद उन्होंने कामयाबी हासिल की.
अभिनेता ने 1992 में आई ‘‘बलवान’’ से अपना फिल्मी सफर शुरू किया था और ‘दिलवाले’, ‘बॉर्डर’ और ‘हेराफेरी’ जैसी सफल फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया.
अभिनेता ने कहा, ‘‘ मेरी पहली फिल्म रिलीज हुई और मुझे ‘वुडन’, ‘लकड़ा’, ‘एक्टिंग नहीं कर सकता’, ‘इसे वापस रेस्तरां कारोबार में चले जाना चाहिए’ जैसे तमगों से नवाजा गया.
26 साल बाद मैं आज भी यहां हूं और बारे में वह सब लिखने वाला शख्स जाने कहां है.’’ अभिनेता ने कहा कि वह हर दिन को सीखने के एक नए अनुभव के तौर पर लेते हैं और कैमरे के सामने वह अब भी नर्वस होते हैं.
सुनील टाटा स्काय की पहल ‘एक्टिंग अड्डा’ की लांच के मौके पर अजय देवगन के साथ मौजूद थे.