आमतौर पर जन्मदिन के दिन हर कोई जश्न मनाता है, अपनों के बीच वक्त बिताता है लेकिन ज़रा सोचकर देखिए, जन्मदिन के दिन ही कोई व्यक्ति अपने माता-पिता और बहन को खो दे. उसकी आंखों के सामने ही उनकी मौत हो जाए और उसका परिवार उजड़ जाए तो उसपर क्या बीतती होगी. ये कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि एक बॉलीवुड एक्टर की आपबीती है जिसका नाम कमल सदाना है.
90 के दशक के हीरो कमल को अभिनेत्री काजोल के पहले हीरो के तौर पर जाना जाता है. जन्मदिन के दिन ही कमल की ज़िंदगी में इतना खौफनाक हादसा हुआ था जिसके बारे में सुनकर हर किसी की आंख में आंसू आ जाए.
कमल के पिता ने कुछ गोलियां कमल पर भी चलाई थीं लेकिन यह गोलियां उनकी गर्दन को छूकर निकल गई थी जिसकी वजह से वह बाल-बाल बच गए थे. कमल यह बात कभी नहीं समझ पाए कि उनके पिता ने इतना बड़ा और दर्दनाक कदम क्यों उठाया था लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी मां सइदा खान और पिता बृज सदाना के बीच आए दिन झगड़े हुआ करते थे.
कमल के 20 वें जन्मदिन के दिन भी उनके माता-पिता के बीच किसी बात पर खूब झगड़ा हुआ. ये झगड़ा इतना बढ़ गया कि शराब के नशे में गु्स्साए कमल के पिता बृज ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पहले अपनी पत्नी को गोली मार दी और फिर अपनी बेटी को भी गोली मार दी. मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया और इसके बाद उन्होंने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद कमल की मानसिक स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ा था. उन्हें काउंसलिंग का सहारा लेना पड़ा था तब कहीं जाकर वह 1992 में आई पहली फिल्म 'बेखुदी' की शूटिंग पर फोकस कर पाए थे. कमल एक्टिंग में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए थे. उनकी एकमात्र हिट फिल्म रंग थी जिसमें वह दिव्या भारती के साथ दिखे थे. इसके बाद फिल्मों में नाकामी हाथ लगने पर कमल ने फ़िल्मी करियर को अलविदा कह दिया था.