बॉलीवुड के कई सितारों ने इंटरफेथ मैरिज की है. कई मुस्लिम हसीनाएं हिंदू परिवार की बहुएं बनीं तो कई हिंदू एक्ट्रेसेस ने शादी के लिए इस्लाम धर्म अपनाया. हेमा मालिनी से दूसरी शादी के लिए धर्मेद्र ने भी ऐसा ही किया था. वहीं पटौदी खानदान में भी दो जेनरेशन्स की बहुओं ने शादी के लिए इस्लाम कबूल किया और अपना नाम तक बदल लिया था.
इस्लाम धर्म में एक लड़का और एक लड़की निकाह करके एक-दूसरे के हमसफर बनते हैं. ऐसे में जब कोई दूसरे धर्म की लड़की मुस्लिम लड़के से निकाह करती है तो इसके लिए उसे अपना नाम बदलकर कोई मुस्लिम नाम रखना पड़ता है. यही नियम मुस्लिम लड़की से निकाह करने वाले लड़के पर भी लागू होती है. ऐसे में जब शर्मिला टैगोर ने मंसूर अली खान से निकाह किया तो अपना नाम बदल लिया था.
शर्मिला टैगोर ने निकाह के लिए बदला था नामशर्मिला टैगौर का ताल्लुक बंगाल की जानी-मानी टैगोर फैमिली से था. एक्ट्रेस ने बंगाली और फिर हिंदी फिल्मों से अपनी पहचान बनाई. 1968 में उन्होंने पटौदी के नवाब और पूर्व क्रिकेटर मंसूर अली खान से निकाह किया. मंसूर अली खान से निकाह करने के लिए उन्होंने अपना नाम बदलकर बेगम आयशा सुल्ताना रख लिया था. हालांकि दुनिया के लिए वो हमेशा शर्मिला टैगोर ही रहीं.
अमृता से 'अजीजा' बन गई थीं सैफ अली खान की एक्स वाइफशर्मिला टैगोर के बेटे और एक्टर सैफ अली खान ने भी अमृता सिंह से लव मैरिज की थी. अमृता और सैफ ने साल 1991 में निकाह किया था. तब अमृता ने भी अपना नाम बदला था. डिजाइनर अबू जानी और संदीप खोसला इस निकाह के गवाह थे. उन्होंने बताया था कि अमृता को एक मौलवी ने अपना नाम "अजीजा" रखने का सुझाव दिया था.
अमृता ने अपना नाम अजीजा रख लिया था. हालांकि पूरी दुनिया उन्हें अमृता सिंह के नाम से ही जानती हैं. बता दें कि सैफ और अमृता ने शादी के 13 साल बाद 2004 में तलाक ले लिया था.