Saif Ali Khan: बॉलीवुड के चहेते सितारे सैफ अली खान का इस वक्त मुंबई के लीलावती अस्पातल में इलाज चल रहा है. अब तक रिपोर्ट से साफ है कि उनकी सेहत में सुधार जारी है, लेकिन इस बीच कुछ ऐसे सवाल हैं जिनपर हरेक सोचने वाला जेहन जवाब तलाश रहा है. हर कोई जानना चाह रहा है कि आखिर इतने बड़े एक्टर पर इतनी आसानी से हमला कैसे मुमकिन हो पाया. इसके साथ ही अब तक पुलिस क्यों हमलावर को ढूंढ पाने में नाकाम है. इस हमले की गुत्थी क्यों नहीं सुलझ रही है.
पुलिस की तरफ से कहा गया है कि अलग अलग टीमें बनाकर पुलिस जांच में जुटी है और आरोपी की खोज की जा रही है. हालांकि, पुलिस का दावा है कि उनकी जांच सही दिशा में जा रही है और वो मामले की गुत्थी जल्द सुलझा लेंगे.
हमलावर को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है. ये सवाल तो है ही इसकेअलावा, ये सवाल भी अहम हैं कि हमलावर इतने बड़े सेलेब्रिटी के घर में कैसे घुसा और वहां से भागने में कामयाब कैसे रहा?
सवाल जिनके जवाब हर कोई ढूंढ रहा है-1. 35 टीमें बनीं, लेकिन अब तक नहीं मिला कोई बड़ा सुराग, क्यों?
मुंबई पुलिस ने सैफ के घर में घुसे हमलावर को ढूंढने के लिए कुल 35 टीमें बनाई हैं. 20 टीमें लोकल पुलिस की हैं और 15 टीमें क्राइम ब्रांच की हैं. कल से अलग-अलग जगहों पर हमलावर के होने के कयास लगाए जा रहे हैं. कल ऐसी खबरें भी आई थीं कि संदिग्ध मुंबई के प्रभादेवी इलाके में हो सकता है.
शाहरुख खान के घर में रेकी करने वाले एक शख्स से जुड़ी खबर आई जो सुरक्षा इंतजामों की वजह से शाहरुख के घर में नहीं घुस पाया. इस संदिग्ध का नाम भी सैफ मामले से जोड़ा गया तो पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी अलग-अलग हैं. कुलमिलकर पुलिस कोई बड़ा सुराग पाने में नाकाम है.
2. हमलावर अब तक गिरफ्त से दूर क्यों?
हमले का दूसरा दिन, 36 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत गया है, लेकिन पुलिस कोई ठोस जानकारी साझा नहीं कर पा रही है कि उसने मुख्य आरोपी यानी हमलावर को पकड़ने के करीब भी पहुंच पाई है, पकड़ना तो दूर की बात है. पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं, जिससे हरेक के जेहन में सवाल है कि देश की इतनी काबिल पुलिस आखिर क्यों अब तक नाकाम है.
3. बिल्डिंग के कंपाउंड में कैसे दाखिल हुआ हमलावर?ये एक बड़ा सवाल है कि बिल्डिंग के कंपाउंड में कोई कैसे दाखिल हो सकता है. साफ है ये सुरक्षा में एक बड़ी चूक है. बांद्रा पुलिस सैफ के घर की छत में फर्श का काम कर रहे दो लोगों से भी पूछताछ कर रही है. अधिकारियों को शक है कि हमला करने वाला बिल्डिंग के लेआउट से परिचित था. इसके अलावा, पुलिस ने उनके कारपेंटर का काम करने वाले ठेकेदार को भी पुलिस ने थाने में बुलाया है और पूछताछ जारी है. लेकिन अभी तक पुलिस किसी नतीजे में नहीं पहुंच पाई है.
4. घर में कैसे दाखिल हुआ?ये सवाल किसी के गले से नहीं उतर रहा है कि आखिर इतने बड़े एक्टर के घर में कोई चोर या हमलावर इतनी आसानी से कैसे घुस गया. हमलावर बिल्डिंग में घुसा और वो 12वीं मंजिल तक पहुंच गया. सैफ बारहवीं मंजिल में रहते हैं और हमलावर को ये बात पता थी. ऐसे में ऐसा हो सकता है कि उसने 12वीं मंजिल तक पहुंचने का तरीका ढूंढने के लिए पहले से प्लानिंग बनाई हो.
5. बच्चों के कमरे तक कैसे पहुंचा?सैफ की स्टाफ की ओर से दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक, एलीयामा ने बयान दिया है कि उसने हमलावर को बाथरूम से निकलते देखा, तो क्या हमलावर बिल्डिंग में सीढ़ियों से घुसने के बजाय बाहर से किसी दूसरे तरीके से उनके बाथरूम में खिड़की के सहारे घुसा? इस गुत्थी ने पुलिस को भी अभी उलझा रखा है.
6. मकसद चोरी था तो हमला क्यों किया?एलीयामा की दर्ज की गई एफआईआर में उन्होंने उस दौरान जो वाकया बताया है उसे पढ़कर लगता है कि हमलावर सिर्फ चोरी करने तो नहीं आया होगा क्योंकि वो बाथरूम से जेह की तरफ लपका था. और इसी बीच एलीयामा से उसकी हाथापाई हुई. हालांकि, इस दौरान उसने एक करोड़ रुपये की मांग की. हमलावर के जेह की तरफ बढ़ने की वजह क्या उसे चोट पहुंचाना था या फिर कुछ और? ये सवाल अनसुलझे हैं.
7. बिल्डिंग की सीसीटीवी फुटेज में क्यों नहीं दिखा?आरोपी का सीसीटीवी फुटेज तो सामने आ गया है, लेकिन ये फुटेज उसी बिल्डिंग में मौजूद किसी दूसरे फ्लैट के कैमरे में कैद हुआ वीडियो था. आरोपी को बिल्डिंग के सीसीटीवी फुटेज में नहीं देखा गया. ऐसा कैसे हो सकता है कि कोई बिल्डिंग में घुसे और उसका फुटेज भी सामने नहीं आए. क्या आरोपी घटना के कई दिन पहले से बिल्डिंग में मौजूद था. और अगर मौजूद था तो उसकी मदद कौन कर रहा था?
8. घर में स्टाफ की मौजूदगी के बावजूद हमला कैसे कर पाया हमलावर?एफआईआर कॉपी के मुताबिक, एलीयामा के अलावा जेह के कमरे में एक नैनी आया भी मौजूद थी. सैफ और करीना के आने के बाद बाकी स्टाफ रमेश, हरी, रामू और पासवान भी आए. उन्हें हमलावर और एलीयामा के बीच हुई हाथापाई के दौरान इस बात की खबर क्यों नहीं लगी? पूरा स्टाफ बाद में क्यों आया?
10. इतनी आसानी से कैसे हुआ हमलाआखिरी बड़ा सवाल ये है कि ये सब इतनी आसानी से कैसे हो गया. यानी हमलावर का बिल्डिंग में घुसना, घर में घुसना, हमला करना और फिर बिना पकड़े जाए वहां से आराम से बाहर आ जाना, ये सब इतनी आसानी से हुआ है कि सबसे बड़ा सवाल तो यही बनता है कि क्या किसी जान-पहचान वाले का हाथ था?
10. आखिरी सवाल- अंदर का भेदी कौन है
जिस तरह से हमले को अंजाम दिया गया, जिस तरह से हमलावर घुसा, फरार हुआ. साफ है कि है कि बिना किसी जान पहचान के इस हमले को अंजाम नहीं दिया जा सकता है, तो आखिर अंदर के भेदी को तलाशने में पुलिस नाकाम क्यों है.