मुंबई: 'माई नेम इज खान' की रिलीज के सात साल पूरे हो जाने पर सुपरस्टार शाहरुख खान का मानना है कि 9/11 के बाद अमेरिका में मुसलमानों की दुर्दशा पर आधारित फिल्म की कहानी का अब भी प्रासंगिक होना दुखद है.
साल 2010 की इस फिल्म में एक्ट्रेस काजोल भी थीं और यह फिल्म रिज़वान खान की कहानी कहती है, जो अपने बेटे की हत्या के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति से मिलने के लिए यात्रा पर निकलता है और अपने धर्म के बारे में लोगों की धारणा बदलने का प्रयास करता है.
शाहरुख ने ट्विटर पर लिखा, "यह दुखद है कि 'माई नेम इज खान' अब भी प्रासंगिक है. लेकिन करण (जौहर), रवि, काजोल, एसईएल शिबानी निरंजन दीपा जिमी और सभी कलाकारों को इस खास फिल्म के लिए शुक्रिया."
करण ने ट्विटर पर लिखा, "प्यार, संदेश, अपनी बेगुनाही का प्रसार करने के लिए रिज़वान को धन्यवाद. 'माई नेम इज खान' के सात साल पूरे."