मुंबई: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के साथ बिताए पलों को याद करते हुए दिल को छू लेने वाला एक नोट लिखा है, जिसमें उनके बचपन से लेकर उन्हें रक्त कैंसर (ल्यूकेमिया) होने का पता चलने तक की बातों का जिक्र है. कपूर दो साल से ल्यूकेमिया रोग से जूझ रहे थे और बृहस्पतिवार सुबह यहां के एच एन रिलायंस अस्पताल में 67 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई. बच्चन ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी थी और कहा, “वह चले गए...ऋषि कपूर...चले गए...अभी-अभी उनका निधन हो गया...मैं सदमे में हूं.” लेकिन बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया था.


बाद में रात में, बच्चन ने अपने ब्लॉग पर उस वक्त को याद किया, जब उन्होंने पहली बार कपूर को उनके पिता, दिग्गज अभिनेता राज कपूर के चेम्बूर स्थित घर में देखा था. उन्होंने लिखा, “उन्हें चेंबूर में उनके घर देवनार कॉटेज में देखा था, युवा, ऊर्जावान, उत्साहित, आंखों में शरारत लिए चिंटू को उन दुर्लभ क्षणों में देखा था, जब मुझे राज जी के घर एक शाम आमंत्रित होने का सौभाग्य मिला था.” बच्चन ने कहा कि उन्होंने कपूर को अक़सर आर. के. स्टूडियो में देखा था, जहां उन्हें उनकी पहली फिल्म “बॉबी’’ के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था.

अभिनेता ने कपूर के चलने की अद्भुत शैली के बारे में भी लिखा और कहा कि यह उनके दिवंगत दादा, प्रसिद्ध अभिनेता-फिल्मकार पृथ्वीराज कपूर से मिलती-जुलती थी. कपूर के साथ काम करने के अपने अनुभव के बारे में बच्चन ने कहा, “जब वह अपनी पंक्तियां बोलते थे, आपको उनके हर शब्द पर यकीन हो जाता था, उसका कोई विकल्प नहीं था और उनकी असलियत सवालों से परे थी.”

उन्होंने कहा, “उनके जैसा कोई नहीं था जो गीत के बोल पर उनकी तरह पूरी निपुणता से होंठ हिला सके.” बच्चन ने याद करते हुए कहा कि पर्दे से इतर कपूर का अंदाज सेट पर चुलबुला रहता था, जो सबको पसंद आता था.

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