एक्टर राजकुमार राव ने हाल ही में मुंबई में हुए 12वें सीआईआई कार्यक्रम में फिल्मों की मौजूदा हालत पर बात की. उन्होंने कहा कि आजकल अच्छी फिल्में होने के बाद भी नहीं चलती और कई बार साधारण फिल्में हिट हो जाती हैं.
फिल्मों की सफलता अब दिल नहीं, डेटा तय करती है-राजकुमार रावराजकुमार के मुताबिक, कई बार अच्छी फिल्में भी थिएटर में नहीं चलती, जबकि साधारण कहानी वाली फिल्में उम्मीद से ज़्यादा कलेक्शन कर जाती हैं. उन्होंने साफ कहा है, 'कभी बहुत सिंपल फिल्में चल जाती हैं और कभी अच्छी फिल्में बात ही नहीं बनाती. सच कहूं, 'अभी मैं भी समझ नहीं पा रहा हूं कि ये सब कैसे होता है. लगता है जैसे ये पूरा खेल डेटा और एल्गोरिदम का है, जिसे हम क्रिएटिव लोग समझ नहीं पाते'.
'दिल की कहानी डेटा के शोर में कहीं खो गई'उन्होंने पुराने समय की बातें याद करते हुअ कहा कि पहले डायरेक्टर और एक्टर कहानी सिर्फ दिल से बनाते थे. बिना ये सोचे कि किसे पसंद आएगी और किसे नहीं. राजकुमार की माने तो अब हम इतना डेटा देखने लगे हैं कि कहानी का असल मतलब ही खोने लगा है.
राजकुमार राव ने कांतारा की तारीफ की
राजकुमार राव ने ऋषभ शेट्टी की फिल्म 'कांतारा' की तारीफ करते हुए कहा कि यह फिल्म इस बात का इग्जाम्पल है कि दिल बनाई गई कहानी हमेशा ऑडियन्स तक पहुंचती है. उन्होंने कहा कि ऋषभ ने बिना किसी बड़े फॉर्मूले के, बस पूरे जूनून से कहानी कही और लोगों ने इसे दिल से अपनाया. एक्टर मानते है कि सच्ची मेहनत और ईमानदारी हमेशा ऑडियन्स तक जरूर पहुंचती है.
राजकुमार राव की बात करे तो वो इन दिनों अपनी अपकमिंग बायोग्राफी के लिए काफी सुर्खियों में है. इस बायोपिक में वह उज्जवल निकम की भूमिका निभाएंगे. फिल्म की शूटिंग इस साल होने की उम्मीद है और ये फिल्म 2026 में रिलीज हो सकती है. राजकुमार का कहना है कि ये किरदार उनके लिए बेहद खास है और वो इस फिल्म के लिए काफी एक्साइटेड हैं.