27 जनवरी को चित्तौड़ में रैली के जरिए 'पद्मावती' पर बैन की मांग करेगी करणी सेना
एजेंसी | 06 Jan 2018 08:20 AM (IST)
ऐसी खबरें हैं कि 26 जनवरी को या फिर 9 फरवरी को ये फिल्म रिलीज हो सकती है. सेंसर बोर्ड ने संजय लीला भंसाली से फिल्म में कुछ बदलाव करने को कहा है जिसके लिए वो राजी हो गए हैं.
जयपुर: करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र कालवी ने संजय लीला भंसाली की विवादित फिल्म पद्मावती पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर लोगों से 27 जनवरी को चित्तौड़गढ़ में एकत्रित होने का आह्वान किया है. कालवी ने संवाददाताओं से कहा कि 27 जनवरी को राजपूत समाज के सभी सदस्य चित्तौड़गढ़ में एकत्रित होकर यह बतायेंगे कि रानी पद्मावती का बलिदान व्यर्थ नहीं गया और फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में फिल्म को पर्दे पर नहीं आने दिया जायेगा. फिल्म पद्मावती की समीक्षा करने वाले विशेष स्क्रीनिंग पैनल ने अपने विचारों में बताया कि फिल्म के कुछ तथ्य राजपूत और मुस्लिम समाज को आहत कर सकते हैं, लेकिन सेंसर बोर्ड प्रमुख ने इन विचारों पर गौर नहीं किया. कालवी ने कहा कि अब समय आ गया है कि केन्द्र और राज्य सरकार फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाकर एक उदाहरण पेश करें. उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने पहले फिल्म को इतिहास पर आधारित बताया था लेकिन बाद उन्होंने फिल्म को काल्पनिक बताया और आज तक वह इस स्थिति को स्पष्ट नहीं कर पाए हैं. आपको बता दें कि ऐसी खबरें हैं कि 26 जनवरी को या फिर 9 फरवरी को ये फिल्म रिलीज हो सकती है. सेंसर बोर्ड ने संजय लीला भंसाली से फिल्म में कुछ बदलाव करने को कहा है जिसके लिए वो राजी हो गए हैं. इस फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया गया है. फिल्म का नाम भी 'पद्मावती' से बदलकर 'पद्मावत' करने के लिए कहा गया है. इस फिल्म के मेकर्स जल्दी ही रिलीज डेट की औपचारिक घोषणा करने वाले हैं.