बिजनेसमैन संजय कपूर के जून में निधन के बाद उनकी करीब 30 हजार करोड़ की संपत्ति को लेकर हुए कानूनी विवाद के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में अहम सुनवाई हुई है. संजय कपूर की एक्स वाइफ करिश्मा कपूर से हुए उनके बच्चों ने आरोप लगाया है कि उनकी सौतेली मां और संजय कपूर की पत्नी प्रिया सचदेव कपूर ने संजय की वसीयत में जालसाजी की है.

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आज दिल्ली हाईकोर्ट के जॉइंट रजिस्ट्रार गगनदीप जिंदल के सामने हुई. सुनवाई के दौरान कई अर्ज़ियों पर बहस हुई, जिनमें सबसे बड़ा मुद्दा अदालत में जमा कराई गई मूल वसीयत की जांच को लेकर था. करिश्मा कपूर के बच्चों की ओर से मांग की गई कि वसीयत की फॉरेंसिक जांच कराई जाए ताकि ये साफ हो सके कि दस्तावेज असली है या नकली.

करिश्मा कपूर के बच्चों की मांग का प्रिया ने किया विरोधवहीं प्रिया सचदेव कपूर ने इस मांग का कड़ा विरोध किया. उनके वकीलों का कहना था कि उन्होंने कोर्ट में सभी जरूरी जवाब पहले ही दाखिल कर दिए हैं, जबकि करिश्मा कपूर की ओर से तय समयसीमा के बावजूद जवाब दाखिल नहीं किए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि लगातार देरी कर मामले को खींचा जा रहा है. संपत्ति के खुलासे को लेकर भी दोनों पक्ष आमने-सामने रहे.

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प्रिया सचदेव कपूर के वकील ने कहा कि संपत्ति से जुड़ी पूरी जानकारी पहले ही जस्टिस ज्योति सिंह के सामने रखी जा चुकी है और नई अर्जी बेवजह है. इसके उलट करिश्मा कपूर की ओर से कहा गया कि संपत्ति की जानकारी अधूरा है और इस पर वह बाद में विस्तृत जवाब दाखिल करेंगी.

अगले साल होगी मामले की सुनवाईसुनवाई के दौरान एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब संजय कपूर की मां ने पहले एक अर्जी पर जवाब न देने की बात कही, लेकिन वकीलों से सलाह के बाद अपना रुख बदलते हुए जवाब दाखिल करने की बात कही. दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद जॉइंट रजिस्ट्रार ने मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी 2026 के लिए तय कर दी है.