मुंबई: शाहरुख खान ने अपनी अगली फिल्म 'ज़ीरो' का टीज़र हाल ही में ट्वीट किया था. टीज़र के साथ उन्होंने एक लाइन भी ट्वीट की. उन्होंने लिखा था, “टिकटें लिए बैठे हैं लोग मेरी ज़िंदगी की, तमाशा भी पूरा होना चाहिए!” मगर कवि और लेखक मिथिलेश बारिया ने एबीपी न्यूज़ संवाददाता रवि जैन को वडोदरा से फोन पर जानकारी देते हुए बताया है कि इस लाइन को उन्होंने लिखा है और उनकी लिखी इस ओरिजनल लाइन को लगभग जस के तस ऐसे ही शाहरुख ने ट्वीट कर दिया है.


 


मिथिलेश ने बताया कि 2011 से वो ट्विटर पर #mbaria हैंडल से वन लाइनर्स और कविताओं की पंक्तियां ट्वीट करते आ रहे हैं. शाहरुख खान ने जिस लाइन का इस्तेमाल किया है वो लाइन उन्होंने साल 2015 में अपने इसी ट्विटर हैंडल से ट्वीट की थी, जिसे 2016 में आई उनकी किताब 'छोटी छोटी बातों' में भी शामिल किया गया है.

 



मिथिलेश ने कहा कि उन्हें इस बारे में‌ पता नहीं था और उनके फॉलोअर्स में से किसी एक ने इस तरफ उनका ध्यान दिलाया. मिथिलेश से जब सवाल किया गया कि वो इस घटना से किस कदर आहत हैं तो उन्होंने कहा, "किसी भी राइटर को क्रेडिट के अलावा और क्या चाहिए होता है ? अगर इसे मान लिया जाता है और मुझे भी क्रेडिट दे दिया जाता है तो फिर मुझे किसी तरह की कोई शिकायत नहीं रहेगी."


मिथिलेश ने यह भी बताया कि 'ज़ीरो' के निर्देशक आनंद एल राय ने फोन कर इस मामले में उन्हें आश्वासन दिया है कि उनके साथ नाइंसाफी नहीं होगी और वो इस गलती में सुधार करेंगे. मिथिलेश ने का कहना है कि उन्हें अभी नहीं पता कि उनकी ये पंक्ति शाहरुख ने सिर्फ टीज़र के प्रमोशन‌ के लिए ट्वीट की थी या फिर इस लाइन को फिल्म‌ में भी इस्तेमाल किया गया है.


यहां देखें फिल्म का ट्रेलर...