बॉलीवुड एक ऐसी चकाचौंध भरी दुनिया है जो बाहर से जितनी खूबसूरत और आसान लगती है वो अंदर से कितने अंधकारों से भरी है ये कोई नहीं जानता. अब तक जितने भी आउटसाइडर यहां आए हैं वो या तो खूब कामयाब रहे या फिर किसी ना किसी गुमनामी में खो गए. कुछ का अंत इतना बुरा हुआ कि वो गुत्थी आज तक सुलझ नहीं पाई. उन गुत्थियों में एक परवीन बाबी की डेथ भी है. उन्होंने आसानी से कामयाबी हासिल की थी उतने ही कठिन अंतिम दिन रहे.


80's की टॉप एक्ट्रेस परवीन बाबी की मौत आज भी रहस्यमयी है क्योंकि जिस तरह से उनका शव मिला वो अनसुलझा राज है. जब वो जिंदा थीं तब भी उन्हें सुकून नहीं था और वो हमेशा कभी अपने अफेयर्स को लेकर परेशान रहीं तो कभी अपने किसी अनजाने डर से लड़ती रही.


बरवीन बाबी को सताथा अनजाना डर


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, परवीन बाबी जब स्कूल में थीं तो एक ऐसा हादसा हो गया था जिसके बाद उन्हें एक डर सताने लगा था. धीरे-धीरे परवीन को पैरानॉयड सिजोफ्रनिया नाम की बीमारी हो गई थी. इसमें ऐसा एक डर मन में बैठ जाता है कि कोई उस बीमार आदमी को मारने आ रहा है.




ऐसा इंसान हर किसी को अपना दुश्मन समझने लगता है और उन्हें लगता है कि हर कोई उनका दुश्मन है. परवीन ने इन हरकतों के कारण अपने कई रिश्तों को टूटते देखा और इसी अनजाने डर के साए में वो घिरी रहती थीं.


महेश भट्ट का सच्चा प्यार थीं परवीन बाबी?


परवीन बाबी के अफेयर के किस्से कबीर बेदी और डैनी जैसे एक्टर्स के साथ रहा. एक बार तो परवीन का नाम अमिताभ बच्चन के साथ भी जुड़ा था. कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि परवीन बाबी ने अपने उसी डर के कारण अमिताभ बच्चन को भी अपना दुश्मन मान लिया था. बाद में परवीन बाबी की लाइफ में महेश भट्ट आए. महेश पहले से शादीशुदा थे लेकिन वो परवीन के प्यार में इतना डूब गए थे कि उन्होंने अपना घर छोड़ दिया और परवीन के साथ लिव-इन में रहने लगे थे. लिव इन में रहने के दौरान उन्हें पता चला कि परवीन किसी बीमारी से जूझ रही हैं.


उस समय भी उन्होंने परवीन का साथ नहीं छोड़ा और उनका इलाज कराया, उनके अनजाने में किए जुल्मों को भी सहे. महेश भट्ट ने हमेशा मीडिया में परवीन और अपने रिश्तों पर खुलकर बात की है. उन्होंने बताया था कि एक बार जब वो काम से घर लौटे तो देखा कि परवीन सोफे के पीछे चाकू लेकर बैठी हैं और उन्हें बोलीं कि हट जाओ वो मारने आया है. महेश भट्ट ने आगे बताया कि जब वो उनके पास गए तो उन्होंने महेश भट्ट को भी गलत समझने लगी.




ऐसा ही एक वाक्या महेश भट्ट ने एक इंटरव्यू में शेयर किया था कि वो परवीन को कुछ बातों से मोटिवेट कर रहे थे और वो नहीं मानी और बाथरूम में चली गईं तभी गुस्सा होकर महेश घर छोड़कर निकल गए. तब परवीन बाबी उनके पीछे दौड़ीं और महेश को रोकने लगीं. तब महेश ने देखा कि परवीन ने कपड़े ही नहीं पहने तब वो उन्हें तुरंत घर के अंदर लेकर गए.


महेश भट्ट ने परवीन बाबी के कई किस्सों को याद किया. उन्होंने ये भी कहा था कि उन्होंने परवीन को ठीक करने की पूरी कोशिश की लेकिन वो असफल रहे. बाद में उन्होंने अपनी वाइफ के पास लौटने का फैसला लिया क्योंकि परवीन की बीमारी में कोई सुधार नहीं हो पा रहा था और कभी-कभी वो महेश पर भी हमला कर देती थीं.


कैसे हुआ परवीन बाबी का अंत?


80's के दशक की सुपरहिट एक्ट्रेस परवीन बाबी की बीमारी के कारण उन्हें फिल्में मिलना बंद हो गईं. साल 1991 में परवीन की आखिरी फिल्म इरादा आई थी और इसके बाद उन्होंने रिटायरमेंट ले लिया. परवीन मुंबई में जुहू के रिवेरा बिल्डिंग की सातवीं मंजिल पर रहती थीं. वो फ्लैट समुद्र के सामने और ताजा हवाओं वाला है लेकिन आज भी वो वीरान पड़ा है, किसी की हिम्मत नहीं कि उस फ्लैट में जाकर रह सके.




बताया जाता है कि वो फ्लैट ज्यों का त्यों है, नेम प्लेट पर अभी तक परवीन बाबी ही लिखा हुआ है. ये फ्लैट किराए पर उपलब्ध करा दिया गया है लेकिन कोई आना नहीं चाहता. इसकी वजह परवीन बाबी का दर्दनाक अंत है. जनवरी, 2005 में उस अपार्टमेंट में रहने वाले परवीन के पड़ोसियों ने पुलिस को फोन किया कि दो-तीन दिन से परवीन के घर का न्यूजपेपर और दूध बाहर ही पड़ा है. घर के अंदर से बदबू आ रही है. पुलिस आई और फ्लैट का लॉक तोड़ा गया. अंदर परवीन बाबी की सड़ी हुई लाश पड़ी थी.


रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी मौत दो-तीन दिन पहले हो चुकी थी और दस्तावेजों में उनकी मौत की तारीख 5 जनवरी 2005 बताया जाता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, परवीन ने अपनी हेल्थ का ख्याल रखना छोड़ दिया था जिसके कारण वो बहुत बीमार हो गई थीं. कई दूसरी बीमारियों ने उन्हें घेर लिया था और कई सालों से वो किसी से नहीं मिली, उन्होंने खुद को अपने घर में कैद कर लिया था.


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