मुम्बई : अजय देवगन ने हाल ही में ट्वीट कर इस बात का ऐलान किया था कि उनके द्वारा को-प्रोड्यूस की गयी और इसी हफ़्ते रिलीज़ हो रही फिल्म 'टोटल धमाल' पुलवामा में‌ हुए आत्मघाती हमले के मद्देनजर पाकिस्तान में नहीं रिलीज की जाएगी. इसके बाद 1 मार्च को रिलीज होने वाली 'लुका छिपी' और 'अर्जुन पटियाला' को भी पाकिस्तान‌ में नहीं रिलीज करने का फैसला किया गया.


इस बीच, जाने-माने निर्माता-निर्देशक तिग्मांशु धूलिया ने 15 मार्च को‌ रिलीज़ होने जा रही अपनी फिल्म 'मिलन टॉक़ीज' को भी पाकिस्तान में नहीं रिलीज नहीं करने का फैसला किया है. इस बात की जानकारी खुद तिग्मांशु धूलिया ने दी.

फिल्म के ट्रेलर लॉन्च के दौरान तिग्मांशु ने कहा कि दोनों मुल्कों के बीच हालात चाहे जैसे हों, कोई भी फिल्म कभी भी पाकिस्तान में नहीं रिलीज की जानी चाहिए क्योंकि हर फिल्म की पायरेसी की शुरुआत वहीं से होती है.

'लुका छुपी', 'अर्जुन पटियाला' पाकिस्तान में रिलीज नहीं होंगी

पाकिस्तानी कलाकारों पर लगे बैन के बारे में पूछे सवाल के बारे में तिग्मांशु ने ये भी कहा कि फिलहाल के माहौल को देखते हुए उनपर बैन लगाया जाना सही है और अगर हालात बेहतर हो जाते हैं तो एक बार फिर से हम उनके लिए बाहें फैला लेंगे.


वहीं, फिल्म में मुख्य किरदार में नजर आ रहे अली फजल ने कहा, 'हम सब सेना के साथ खड़े हैं... डिमॉनिटाइज़ेशन के‌ वक्त हम सब इकोनॉमिस्ट बन जाते हैं...इस वक्त भी सबके पास अपनी अपनी राय है. मुझे‌ लगता है कि हमें आर्मी पर विश्वास करना चाहिए. विध्वंस के बारे में सेना से बेहतर और कोई नहीं जानता है."

अरबाज़ से तलाक लेने से एक रात पहले मलाइका अरोड़ा के परिवार ने कही थी ये बात

फिल्म‌ में एक अहम भूमिका निभा रहे सिकंदर खेर ने भी अपनी राय रखते हुए कहा कि ये कहना बहुत आसान होता है कि 'जाओ और मारो' क्योंकि ऐसा कहने वाले शख्स को खुद जाकर युद्ध नहीं लड़ना पड़ता है और युद्ध करने के लिए भी हम जवानों को ही भेजेंगे. सिकंदर ने कहा, "सेना को पता है कि कब क्या करना चाहिए, वो हम सबसे ज्यादा ज्ञानी हैं."

'मिलन टॉकीज' के‌ जरिए बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही दक्षिण भारतीय फिल्मों की हीरोइन श्रद्धा श्रीनाथ ने कहा, "युद्ध सिर्फ फिल्मों‌ में अच्छा लगता है, असली में नहीं. मेरे पापा आर्मी में थे, मैं जानती हूं कि युद्ध क्या मतलब होता है."