एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने फिल्म 'परदेस' से डेब्यू किया था. इस फिल्म में वो शाहरुख खान के अपजिट रोल में थीं. फिल्म को सुभाष घई ने डायरेक्ट किया था. अब महिमा ने बताया कि सुभाष घई ने उन्हें फिल्म के सेट पर काफी डांटा था.
सिद्धार्थ कनन से बातचीत में उन्होंने कहा, 'मैंने सेट पर कई बार निगेटिविटी फील की है. लोग माइक पर अक्सर जोर-जोर से चिल्लाते थे. साथ ही गालियां भी देते थे. ये नॉनसेंस था. मुझे याद है कि कोई ऐसे ही चिल्ला रहा था तो मेल एक्टर ने मुझसे कहा कि क्या तुम्हें पता है कि ये इंडायरेक्टली हम पर चिल्ला रहा है. तो मैंने कहा हां. तो उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे फेशियल एक्सप्रेशन ऐसे नहीं हैं कि तुम उसके इंडिकेशन समझ रही हो. तो आपको ऐसा दिखाना पड़ता था कि आप कुछ समझ नहीं रहे हो.'
आगे महिमा ने कहा, 'अब उनमें वो हिम्मत भी नहीं है क्योंकि हर जगह कैमरे होते हैं और लोग 30 सेकंड में उनका खराब बिहेवियर देख लेंगे. लेकिन पहले बहुत खराब बिहेवियर और निगेटिविटी होती थी. ग्रुपिज्म भी होती थी. ये मेरी सेकंड फिल्म की शुरुआत में शुरू हुआ.'
जब सुभाष घई ने लगाई महिमा को डांट
इसके अलाव महिमा ने परदेस फिल्म के सेट पर हुआ एक इंसिडेंट भी याद किया. उन्होंने कहा, 'एक बार सुभाष घई ने उन्हें डांटा था. जब कोई आपको डांटता है तो कई बार ये आपकी मदद करता है. मेरी पहली फिल्म के दौरान ऐसा हुआ. सुभाष जी ने मुझे एक बार बुरी तरह डांटा था. उस वक्त में फोन सीन कर रही थी, जिसे सभी ने पसंद किया. उन्होंने मुझे इस तरह रुलाया था. मुझे सीन में रोना था और अगर आप पहले से ही रो रहे हो तो आपकी आवाज वैसी हो जाती है. तो ये शानदार था. इसने मदद की. पहली फिल्म में ये अलग था. लेकिन सेकंड फिल्म में जिसकी मैं बात कर रही थी, ये अच्छा एक्सपीरियंस नहीं था.'