Vivek Agnihotri On IFFI: द कश्मीर फाइल्स के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने IFFI में 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर हुए विवाद पर एबीपी से खास बातचीत की है. विवेक ने कहा कि फिल्म के खिलाफ़ बोलनेवाली वो ताकतें हैं जो कश्मीर को भारत से अलग करना चाहते हैं और जो कश्मीर के खिलाफ़ आतंकवादी गतिविधियों को सपोर्ट करती हैं.


भारत और कश्मीर के खिलाफ है एक तबका


विवेक ने कहा कि ये बयान ऐसी विदेशी शक्तियों के पक्ष में दिया गया है जो शुरू से ही कश्मीर को भारत का हिस्सा नहीं मानती हैं और इस बयान के तहत उसी एजेंडे को आगे बढ़ाया गया है. विवेक ने कहा कि देश में टूलकिट समेत एक ऐसा बड़ा तबका भारत में है जो कश्मीर और भारत के खिलाफ़ शुरू से ही एक एजेंडे  के तहत काम करता रहा है और गोवा में फिल्म के खिलाफ़ जो कुछ भी कहा गया वो उसी नरैटिव का एक हिस्सा है.


फिल्म का पहले भी विरोध हुआ है


विवेक ने कहा कि एक जूरी होने के नाते इस तरह के फ़िल्म फ़ेस्टिवल में एक बॉन्ड साइन कराया जाता है कि आप ना तो फ़ेस्टिवल के खिलाफ़ और ना ही किसी फ़िल्म के खिलाफ़ अपनी निजी जाहिर कर सकते हैं और इसके बावजूद ये ये सब खुलेआम कहा गया, ये वल्गर और प्रोपेगैन्डा है. विवेक ने कहा कि चार साल पहले जब वो इस फ़िल्म को लेकर रिसर्च कर रहे थे, तब से इस 'द कश्मीर फाइल्स' का विरोध हो रहा है और ऐसे में उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ कि उनकी फिल्म के खिलाफ़ इतनी बड़ी बात कही गयी है.


लोगों को नहीं पता था कश्मीर का इतिहास


विवेक ने कह कि उनकी फिल्म का विरोध करनेवाले और उसके खिलाफ़ बयानबाजी करनेवालों को कश्मीर का इतिहास नहीं पता है और ना ही वो कश्मीरी पंडितों के साथ हुई ज्यादती के बारे में कुछ जानते हैं और ये लोग खुद ही प्रोपेगैंडा का शिकार हैं.


'वैक्सीन वॉर' को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.


विवेक ने भारत म इस्त्राइली राजदूत और मुम्बई म इस्त्राइली काउंसिल जनरल की ओर से मिले समर्थन पर अपनी खुशी जाहिर की. विवेक ने कहा कि उनकी अगली 'वैक्सीन वॉर' को लेकर भी अभी से ही विरोध कर स्वर उठने‌ लगे हैं.


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