मुंबई: अभिनेत्री विद्या बालन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की नव नियुक्त सदस्यों में से एक हैं और वह इस बात से खुश हैं कि बोर्ड में ‘‘समान विचारधारा’’ वाले लोग हैं.


हाल ही में मशहूर गीतकार प्रसून जोशी ने सीबीएफसी अध्यक्ष के तौर पर पहलाज निहलानी की जगह ली थी.


सरकार ने बोर्ड का पुनर्गठन भी किया जिसमें फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री, नरेंद्र कोहली, वानी त्रिपाठी टिक्कू, गौतमी तडिमल्ला जैसे नए सदस्यों को भी शामिल किया गया.


सीबीएफसी का हिस्सा बनने के अपने फैसले के बारे में पूछे जाने पर विद्या ने कहा, ‘‘मैंने सोचा कि अगर मैंने इसे हां नहीं कहा तो मुझे सीबीएफसी द्वारा लिए गए किसी भी फैसले की आलोचना करने का अधिकार नहीं होगा. मुझे लगा कि मैं इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हूं.’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहती कि हमारा रूख क्या होगा या हमारे फैसले किस पर आधारित होंगे. लेकिन हाल ही में हमने एक बैठक की और मुझे अच्छा लगा कि बोर्ड में सभी समान विचारधारा वाले लोग हैं.’’ अभिनेत्री गत शाम नए चैनल एंडप्राइव एचडी के लॉन्च के मौके पर बोल रही थीं.


कार्यक्रम में अभिनेत्री कोंकणा सेन शर्मा, फिल्म निर्माता विशाल भारद्वाज और प्रोड्यूसर मनीष मुंद्रा भी मौजूद रहे.


भारद्वाज ने कहा कि जोशी उनके अच्छे मित्र हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि वे सीबीएफसी प्रमुख के तौर पर अपने नजरिए में ‘‘काव्यात्मकता’’ को बनाए रखेंगे.


विद्या नई जिम्मेदारी को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और साथ ही वह अपनी अगली फिल्म ‘‘तुम्हारी सुलु’’ को लेकर भी उत्साहित हैं.


‘‘बेगम जान’’ की अभिनेत्री का कहना है कि आज फिल्मों में बदलाव आया है. अब फिल्मों का ज्यादा ध्यान ऐतिहासिक कहानियों की तरफ है.


सलमान खान की ‘‘ट्यूबलाइट’’ और शाहरुख खान की ‘‘जब हैरी मेट सेजल’’ जैसी बड़ी फिल्में इस साल बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर सकीं लेकिन विद्या ने कहा कि एक अच्छी फिल्म सफल होगी चाहे उसमें कोई भी स्टार हो.


उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी खास फिल्म के बारे में टिप्पणी नहीं करना चाहती लेकिन अगर फिल्म अच्छी है तो यह मायने नहीं रखता कि उसमें बड़े सितारे हैं या नहीं. मैंने ‘शुभ मंगल सावधान’ देखी और मुझे बहुत मजा आया.’’