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कोरियोग्राफर-निर्देशक फराह खान इंडस्ट्री में अपनी बेबाकी के लिए भी मशहूर हैं. अक्सर वो अलग-अलग मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखती हैं. इन्हीं सब के बीच फराह ने अपने पति शिरीष कुंदर के साथ अपने रिश्तों को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने उन खबरों का खंडन किया जिसमें ये कहा जाता है कि वह अपने पति से ज्यादा सक्सेसफुल हैं और उनसे ज्यादा कमाती हैं.

हाल ही में फराह खान टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के यूट्यूब शो ‘सर्विंग इट अप विद सानिया’ में शामिल हुई थीं. इस दौरान उन्होंने उन सारे सवालों का जवाब दिए जिसे लेकर अक्सर उन्हें और उनके पति शिरीष कुंदर को ट्रोल किया जाता है.

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हर वक्त सच्चाई बोलना जरूरी नहीं: फराहशो में एक सवाल का जवाब देते हुए फराह ने कहा कि सीधी-सादी बातें अक्सर दोस्तों को चुभ जाती हैं. खासकर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के साथ ऐसा होता है. उन्होंने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ वो समझ रही हैं कि हर वक्त सच्चाई बोलना जरूरी नहीं. फराह के मुताबिक उनका सहज और बेबाक अंदाज हमेशा सबको पसंद नहीं आता था. खासकर उस समय जब वो अपने पति संग किसी फिल्म इंडस्ट्री के इवेंट्स में साथ जाती हैं.

तनाव से भरे थे शुरुआती दिनआगे फराह खान ने ये स्वीकार किया कि उनके करियर के शुरुआती दिनों में उन्हें काफी तनाव का सामना करना पड़ा था. मगर दोनों ने अलग-अलग काम करके इस मामले को सुलझा लिया था. फराह आगे इस बात पर जोर देते हुए कहती हैं कि उनकी खुशहाल शादीशुदा जीवन में दोनों ही बराबरी के हैं.

 मैं ज्यादा कमा रही हूं, लेकिन...फराह ने कहा- 'मेरे साथ शादी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है. हमने 12 सालों तक काफी अप्स एंड डाउन देखा. इसलिए मैं उन्हें बहुत श्रेय देती हूंक्योंकि मेरे साथ शादी का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है. फराह ने साफ किया कि आर्थिक मतभेदों की वजह से उनके रिश्ते में कोई कमी नहीं आई. फराह ने ऋषिकेश मुखर्जी की सुपरहिट फिल्म 'अभिमान' का जिक्र किया. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और जया बच्चन लीड रोल में थे. इस फिल्म का उदाहरण देते हुए फराह ने कहा- 'अभिमान वाला पहलू कभी सामने नहीं आता, जिसमें एक पति अपनी पत्नी की सफलता से जलता है.'

उन्होंने कहा, 'ये नारीवादी बातें तो बहुत करते हैं, लेकिन हम सच में बराबर हैं. मुझे कभी ऐसा नहीं लगता कि 'अरे, मैं ज्यादा कमा रही हूं, लेकिन मेरे पति नहीं. सही मायने में हम हम बराबर के हिस्सेदार हैं. पैसा फर्क नहीं डालता है क्योंकि 12 साल बाद भी हम बराबर हैं.'