बॉलीवुड में स्टारकिड्स को लेकर कई तरह की चर्चा सुनने को मिलती है. किसी का कहना है कि उन्हें स्ट्रगल करना पड़ता है, तो कोई कहता है कि स्टारकिड को इंडस्ट्री में आसानी से काम मिल जाता है. ऐसे में आज हम आपको ऐसे एक एक्टर से मिलवा रहे है. जो हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार का बेटा होकर भी 6 साल तक काम के लिए तरसता रहा था.

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बॉबी देओल की डेब्यू फिल्म

आज बात कर रहे हैं दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र के छोटे बेटे बॉबी देओल की. जिनकी करियर की शुरुआत फिल्म ‘बरसात’ से हुई थी. पहली ही फिल्म से एक्टर ने खुद को रोमांटिक हीरो के तौर पर इंडस्ट्री में स्थापित कर लिया. इसके बाद बॉबी ने 'गुप्त', 'सोल्जर', 'अजनबी' और 'हमराज' जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया. लेकिन कुछ साल बाद उनके करियर में ऐसा मोड़ आया कि उन्हें काम ही मिलना बंद हो गया था. एक्टर सालों तक काम के लिए तरसते रहे. इसपर हाल ही में उन्होंने बात भी की.

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'‘पार्टियों में मैं एक कोने में बैठा रहता था

बॉबी देओल ने अपने स्ट्रगल के दौर के बारे में राज शामानी के पॉडकास्ट में बात की. उन्होंने बताया कि, 'उन पांच-छह सालों में... मैं अपने बारे में कम ही सोचता था. मैं उस वक्त भी पार्टियों में जाता था और एक कोने में बैठा रहता था. आगे नहीं आता था. मुझे लगता था कि कोई मुझसे बात नहीं करना चाहता या मुझे कोई महत्व नहीं देता.'

बॉबी देओल को लग गई थी शराब की लत

बॉबी ने आगे कहा, 'उन पार्टियों में मैं देखता रहता था कि सब उन्हीं के आसपास मंडरा रहे हैं, जिन्हें उनकी जरूरत है. ये चीजें मुझे बहुत परेशान करती थी. मेरी सफलता मेरे पास थी और चली गई. अगर मैं फिर कभी यह सोचकर घमंड करने लगा कि मैं बहुत बड़ा हूं तो यह भी चली जाएगी और मुझे और ज्यादा दुख होगा. मुझे काम नहीं मिल था 6 साल इसलिए मेरा सहारा बस शराब बन गई थी.'

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