मुंबई: बालासाहब ठाकरे की जीवनी पर आधारित बायोपिक फिल्म 'ठाकरे' पर सेंसर बोर्ड के ऐतराज की खबरें आई हैं. खबरों के अनुसार फिल्म के ट्रेलर लांच होने से पहले ही सेंसर बोर्ड ने इसपर अपना ऐतराज जताया था. केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने अंतिम समय में इसके डॉयलॉग्स में बदलाव करने को कहा है जिससे फिल्म विवादों में आ गया है.
हालांकि, सीबीएफसी के अधिकारी तुषार करमाकर ने कहा है कि बिना किसी विवाद के फिल्म में बदलाव किए गए हैं. करमाकर ने कहा, "फिल्म 'ठाकरे' के मराठी ट्रेलर में कुछ ऑडियो में बदलाव करने का सुझाव दिया गया था. ये फैसला फिल्म निर्माता और सेंसर बोर्ड की सहमति से लिया गया है."
तुषार करमाकर ने कहा, " यह कदम कोई विवाद पैदा करने के लिए नहीं है जो कि है ही नहीं. उन्होंने कहा कि इस समय फिल्म के ट्रेलर और प्रोमो प्रमाणित किए गए हैं और इसमें बदलाव निर्माताओं के पारस्परिक सहमति से लिया गया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सही प्रमाणन प्रक्रिया का पालन किया जाएगा."
इस बीच एक सूत्र का कहना है कि सेंसर प्रमाणन के लिए फिल्म को ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा. सीबीएफसी के करीबी सूत्र ने कहा, "बालासाहब ठाकरे को सार्वजनिक मंच पर अपने मन की बात कहने के लिए जाना जाता था. उनकी सभी विवादास्पद टिप्पणियां लोगों के बीच मौजूद हैं. इसलिए सीबीएफसी को उन बयानों से छेड़छाड़ करने या उन्हें बदलने की जरूरत ही क्या है जो पहले से ही लोगों को पता है."
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