मुंबई: आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा और नीना गुप्ता की फिल्म ‘बधाई हो’ की कमाई थमने का नाम नहीं ले रही है. दूसरे हफ्ते की वीकेंड में जबरदस्त कमाई करने के बाद अब फिल्म नॉन हॉलिडेज़ पर भी अच्छी कमाई कर रही है. फिल्म ने मंगलवार को 2.50 करोड़ रुपए की ज़बरदस्त कमाई की है. इसके साथ ही फिल्म 100 करोड़ क्लब के और भी करीब हो गई है.
फिल्म ट्रेड एनालिस्ट तरण के मुताबिक अब अत इसकी कुल कमाई 89.35 करोड़ रुपए हो चुकी है. आपको बता दें कि फिल्म ने दूसरे हफ्ते के पहले दिन 3.40 करोड़, दूसरे दिन 6.60 करोड़ और तीसरे दिन 8.15 करोड़ रुपए की दमदार कमाई की थी.
इस हफ्ते बॉक्स ऑफिस पर सैफ अली खान स्टारर फिल्म ‘बाज़ार’ रिलीज़ हुई लेकिन सैफ की फिल्म ‘बधाई हो’ की कमाई पर रोक लगाने में नाकाम रही है. इस फिल्म को दर्शकों का ज़बरदस्त प्यार मिला है. साथ ही समीक्षकों ने इसे जमकर सराहा है. फिल्म का निर्देशन गौरव के. चावला ने किया है.
यहां देखें फिल्म 'बधाई हो' का ट्रेलर...
फिल्म में सैफ अली खान, राधिका आप्टे और चित्रांगदा सिंह जैसे मंझे हुए कलाकारों ने अभिनय किया है. अपने ज़माने के मशहूर अभिनेता विनोद मेहरा के बेटे रोहन मेहरा ने इस फिल्म से हिंदी सिनेमा में डेब्यू किया है. उनके अभिनय को मिली जुली प्रतिक्रिया मिली हैं.
वहीं, बात करें सैफ की फिल्म ‘बाज़ार’ की कमाई की तो इसने अब तक पांच दिनों मे 15.13 करोड़ रुपए का कारोबार किया है. कोइ मोइ डॉट कॉम के मुताबिक फिल्म ने मंगलवार को 1.50 करोड़ रुपए की कमाई की है. इस फिल्म को समीक्षकों की मिली जुली प्रतिक्रिया मिली है. हालांकि दर्शकों ने इसे उम्मीद के मुताबिक प्यार नहीं दिया है.
कैसी है फिल्म 'बाज़ार' की कहानी ?
इसकी कहानी गुजराती बिजनेसमैन शकुन कोठारी (सैफ अली खान) की है. कैसे गुजराती छोकरा शकुन जमीन से उठकर शेयर बाजार का सिकंदर बनना चाहता है और पैसों के लिए धोखा देने से भी नहीं कतराता. उसके लिए उसका पैसा ही उसका धर्म है. शकुन का कहना है, ''पैसा भगवान नहीं लेकिन उससे कम भी नहीं..''. बचपन में ही ट्रेन के जरिए हीरों की स्मगलिंग करने वाला शकुन कोठारी जिंदगी की मैराथॉन का नहीं बल्कि 100 मीटर रेस का बेस्ट रनर बनना चाहता है.
दूसरी ओर है इलाहाबाद का रिजवान अहमद (रोहन मेहरा ) जिसके सपने तो बड़े हैं, लेकिन अभी तक उसने अपना ईमान बेचना नहीं सीखा है. रिजवान अहमद, शकुन कोठारी को अपना खुदा मानता है और उसके जैसा बनने का सपना लिए मुंबई पहुंचता है. यहां से शुरू होता है किस्मत का खेल. यहां पढ़ें फिल्म की समीक्षा…