आयुष्मान खुराना के सितारे इन दिनों बुलंदियों पर हैं और वो जिस भी फिल्म के साथ जुड़ रहे हैं उसे फैंस का खासा प्रोत्साहन भी मिल रहा है. हालांकि आयुष्मान का कहना है कि वो बहुत सोच-समझकर ऐसी फिल्मों का चुनाव नहीं करते. बल्कि उनके पास जो फिल्में आती हैं वो उनमें जो सबसे बेहतर है उसे चुनते हैं. आयुष्मान खुराना ने कहा कि वह जिस तरह की फिल्में कर रहे हैं, वह उनके स्ट्रीट थिएटर का विस्तार है क्योंकि ये फिल्में उनके थिएटर की तरह ही मनोरंजक और वास्तविक हैं. चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज के थिएटर ग्रुप 'आगाज' का हिस्सा रहे 'अंधाधुन' के स्टार आयुष्मान ने कहा कि वह इस तरह ही फिल्मे कर रहे हैं जो यर्थाथवाद के करीब है.
आयुष्मान ने कहा, "मैं थिएटर बैकग्राउंड से आया हूं और इसलिए मेरे विकल्प अलग हैं. मैंने काफी स्ट्रीट प्ले किए हैं. स्ट्रीट थिएटर बोल्ड मुद्दों और सामाजिक मुद्दों से निपटने के बारे में है और मुझे लगता है कि हमारा समूह पहला था जिसने स्ट्रीट थिएटर को मनोरंजक बनाया था."
आयुष्मान ने 'विक्की डोनर' से फेम हासिल की थी जिसके बाद उन्होंने 'दम लगा के हईशा', 'शुभ मंगल सावधान' और 'बधाई हो' जैसी फिल्में की जो मनोरंजक होने के साथ ही एक संदेश भी देती थीं. वह कहते हैं, मैं जिस तरह की फिल्में कर रहा हूं वह मेरे स्ट्रीट थिएटर का विस्तार हैं क्योंकि ये फिल्में वास्तविक और समाज में निषेध माने जाने वाले विषयों पर आधारित हैं. आयुष्मान नुसरत भरूचा के साथ फिल्म 'ड्रीम गर्ल' में नजर आएंगे.