बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना अपने एक्टिंग और गायिकी से फिल्म इंडस्ट्री में खास पहचान बना चुके हैं. उनकी पर्सनल लाइफ भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. अक्सर देखा जाता है कि बड़े सितारों की लव स्टोरी में उतार-चढ़ाव, झगड़े और अलगाव की बातें आती हैं, लेकिन आयुष्मान और उनकी पत्नी ताहिरा कश्यप की कहानी इन सबसे बिल्कुल अलग है.

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दोनों की मुलाकात ट्यूशन में हुई थी और तब से लेकर आज तक उनकी दोस्ती, प्यार और शादी की कहानी एकदम सिंपल और खूबसूरत रही है. इस रियल लाइफ रोमांस ने न सिर्फ उनकी जिंदगी को संवार दिया, बल्कि आयुष्मान के करियर को भी नई उड़ान दी.

बचपन से ही एक्टिंग और गायिकी में थी रुचि

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आयुष्मान खुराना का जन्म 14 सितंबर 1984 को चंडीगढ़ में हुआ था. उनका असली नाम निशांत खुराना है. बचपन से ही उन्हें एक्टिंग और गायिकी में रुचि थी. उन्होंने चंडीगढ़ में अपनी स्कूलिंग और कॉलेज की पढ़ाई पूरी की. स्कूल के दिनों में ही उनकी मुलाकात ताहिरा कश्यप से हुई.

ट्यूशन में हुई थी मुलाकात

दोनों की पहली मुलाकात 12वीं क्लास के दौरान फिजिक्स के ट्यूशन में हुई थी. दोनों का परिवार भी एक-दूसरे को जानता था, इसलिए उनकी दोस्ती धीरे-धीरे गहरी होती गई. आयुष्मान ने अपने पापा के साथ मिलकर ताहिरा को 'हमें तुमसे प्यार कितना' गाना सुनाया, जिससे ताहिरा बहुत प्रभावित हुई थीं.

12 साल डेट करने के बाद 2008 में की शादी 

आयुष्मान और ताहिरा एक-दूसरे को बचपन से समझते आए हैं. दोनों ने करीब 12 साल तक एक-दूसरे को डेट किया और साल 2008 में शादी के बंधन में बंध गए. शादी के बाद उनका रिश्ता और भी मजबूत हुआ.

ताहिरा खुद एक फिल्ममेकर और लेखक हैं, इसलिए दोनों को एक-दूसरे के काम और सपनों को समझने में कोई दिक्कत नहीं हुई. उनकी एक बेटी वरुष्का और एक बेटा विराजवीर है.

 टीवी से आयुष्मान ने की करियर की शुरुआत

आयुष्मान ने अपने करियर की शुरुआत टीवी से की थी. उन्होंने एमटीवी रोडीज का दूसरा सीजन जीता और उसके बाद कई टीवी शो होस्ट किए. रेडियो जॉकी के रूप में भी उन्होंने काम किया और धीरे-धीरे बॉलीवुड में कदम रखा.

उनका पहला बड़ा ब्रेक 2012 में आई फिल्म 'विकी डोनर' से मिला. इस फिल्म में आयुष्मान ने एक युवा लड़के का रोल निभाया, जो स्पर्म डोनर बन जाता है. इस फिल्म को बहुत सराहा गया और आयुष्मान को फिल्मफेयर का बेस्ट मेल डेब्यू और बेस्ट प्लेबैक सिंगर का अवॉर्ड भी मिला.

'विकी डोनर' के बाद आयुष्मान की कई फिल्में आईं, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं हो सकीं. पर उन्होंने हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे.

'दम लगा के हईशा', 'बधाई हो', 'बाला', 'ड्रीम गर्ल', 'ड्रीम गर्ल 2', 'अंधाधुन', 'अनुच्छेद 15', और 'चंडीगढ़ करे आशिकी' जैसी फिल्मों ने उन्हें फिल्म इंडस्ट्री का स्टार बना दिया. उनकी फिल्मों में अक्सर समाज से जुड़े मुद्दे होते हैं और कॉमेडी का भी अच्छा तड़का रहता है, जो दर्शकों को बहुत पसंद आता है.

एक इंटरव्यू के दौरान आयुष्मान ने अपनी शादी के मुश्किल समय को लेकर बात की थी. उन्होंने बताया था कि ताहिरा नहीं चाहती थीं कि वह कोई भी किसिंग सीन करें. उन्होंने कहा था कि हर रिलेशनशिप को वक्त देना होता है. अगर आप अपने पार्टनर को ज्यादा वक्त देते हैं तो वह ज्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं.