नई दिल्ली: तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे
अटल बिहारी वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं रहे. लंबी बीमारी के बाद अटल जी ने आज दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली. लंबे समय से बीमारियों से घिरे अटल बिहारी को भले ही अपने प्रशंकों को मायूस कर के इस दुनिया से चले गए लेकिन अपने इरादों और कविताओं में वो एक बेबाक और बेहद जीवंत शख्सियत थे. इमरजेंसी के दौरान उन्हें जेल में जाना पड़ा था और इस दौरान उन्होंने वहां पर कई कविताएं लिखी थीं. अटल जी अपनी मीठी वाणी और सहज चरित्र के चलते देशवासियों के दिल में उतरते चले गए. बहुत कम लोग जानते हैं कि फुल टाइम राजनेता और पार्ट टाइम कवि रहे अटल जी ने एक्टिंग भी की है. अटल जी ने ये एक्टिंग सिनेमा के लीजेंड रहे यश चोपड़ा के निर्देशन में की थी.
जीवन में कभी नहीं रुकी अटल बिहारी वाजपेयी की 'काव्य साधना', पीएम मोदी भी सुना चुके हैं उनकी कविता अटल जी की कविता 'क्या खोया' का निर्देशन यश चोपड़ा ने किया और इसे अपनी बुलंद आवाज दी थी गजल गायक जगजीत सिंह ने, इतनी ही नहीं इस वीडियो में शाहरुख खान भी नजर आए थे. आप भी देखें ये वीडियो
बता दें पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद आज 92 साल की उम्र में निधन हुआ. पिछले 66 दिनों से उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था. यहां उन्हें यूरिन में इनफैक्शन की शिकायत के बाद 11 जून को भर्ती कराया गया था. साल 2009 में अटल जी को आघात (स्ट्रोक) लगा था और इसके बाद उन्हें बोलने में समस्या होने लगी थी. करीब तीन सालों से उन्हें किसी सार्वजिक सभा में नहीं देखा गया.
अटल बिहारी वाजपेयी: एक दिग्गज राजनेता से एक कवि तक अटल बिहारी वाजयेपी का जन्म 25 दिसबंर, 1924 को गुलाम भारत के ग्वालियर स्टेट में हुआ, जो आज के मध्यप्रदेश का हिस्सा है. दिलचस्प बात ये है कि अटल बिहारी वाजयेपी का जन्म ठीक उसी दिन हुआ, जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कांग्रेस पार्टी के पहली और आखिरी बार अध्यक्ष बने. बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल वाजपेयी पहली बार साल 1996 में देश के पीएम बने. दूसरी बार साल 1998 में पीएम बने और चुनाव में जीत के बाद तीसरी बार साल 1999 में पीएम बने और साल 2004 तक रहे. साल 2015 में मोदी सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाज़ा था.