मुंबई: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आज कहा कि कश्मीरी लड़की जायरा वसीम पर दबाव की तरकीब अपनाकर जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात को लेकर माफी मांगने के लिए मजबूर करना अनुचित और अनावश्यक है.
आमिर खान की सुपरहिट फिल्म ‘दंगल’ में भारतीय पहलवान गीता फोगाट की कम उम्र की भूमिका निभाने वाली वसीम ने शनिवार को मुफ्ती के साथ अपनी मुलाकात के बाद लोगों की ‘‘नाराजगी’’ और ‘‘अनजाने में चोट पहुंचाने’’ के लिए माफी मांगी थी.
ओवैसी ने कहा, ‘‘कुछ करने या नहीं करने के लिए, खास कर 16 साल की लड़की पर दबाव नहीं बनाना चाहिए. यह बिल्कुल अनुचित और अनावश्यक है. इस तरह का उनपर दबाव बनाया गया कि उन्हें उस चीज के लिए माफी मांगनी पड़ी जिसकी जरूरत ही नहीं थी.’’
उन्होंने पूछा, ‘‘साथ ही जो लोग इस नन्हीं बच्ची के लिए हमदर्दी दिखा रहे हैं उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए कि जब ऐसे सैकड़ों किशोर अपनी आंख की रोशनी गंवा रहे थे या पैलेट गन से हमले में जो आंशिक तौर पर दृष्टिहीन हो गए तब सहानुभूति कहां थी.’’
उन्होंने कहा कि घटना ने जम्मू कश्मीर सरकार में लोगों के विश्वास में कमी को प्रकाश में ला दिया है.
आपको बता दें कि दंगल के लीड एक्टर आमिर खान ने भी जायरा का समर्थन करते हुए ट्विटर पर कहा, ‘मैं समझ सकता हूं और कल्पना भी कर सकता हूं कि किस वजह से आपको ये बयान जारी करना पड़ा.. ज़ायरा मैं तुम्हें बताना चाहता हूं कि हम सब तुम्हारे साथ हैं. आप जैसी खूबसूरत, प्रतिभावान और मेहनती बच्ची सिर्फ भारत ही नहीं दुनिया के लिए रोल मॉडल है. मेरे लिए भी आप जरूर एक रोल मॉडल हैं.’
साथ ही आमिर ने ये भी लिखा है कि ‘मैं सभी लोगों से अनुरोध करता हूं कि आप ज़ायरा को अकेला छोड़ दें और इस बात का ध्यान रखें कि वो सिर्फ 16 साल की एक बच्ची हैं जो अपनी जिंदगी में कुछ अच्छा कर रही है.’