अजय देवगन इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म 'दे दे प्यार दे' में आलोक नाथ के साथ काम करने को लेकर विवादों में हैं. हालांकि अजय ने ट्रेलर लॉन्च के दौरान ही ये साफ कर दिया था कि इस फिल्म की शूटिंग अगस्त में ही खत्म कर ली गई थी. लेकिन अजय की तमाम सफाईयों के बाद उन पर लगातार मीटू मूवमेंट के समर्थकों द्वारा निशाना साधा जा रहा है. मीटू मूवमेंट को बॉलीवुड में खुलेतौर पर आवाज देने वाली तनुश्री दत्ता फिल्म में आलोक नाथ के साथ काम को लेकर अजय देवगन की जमकर आलोचना की. इसी में तनुश्री दत्ता को कंगना रनौत की बहन रंगोली का भी साथ मिला. इस सब के बाद अब अजय देवगन ने एक बार फिर अपनी ओर सफाई पेश की है. उनका कहना है कि फिल्म को फिर से शूट करने का निर्णय अकेले नहीं ले सकते थे.
गर्लफ्रेंड पत्रलेखा की तस्वीर शेयर कर राजकुमार राव ने लिखी खास बात, यहां देखिए अजय ने एक बयान जारी कर मीटू आंदोलन को अपना समर्थन दोहराने की पुष्टि की. उन्होंने कहा, ‘‘जब पूरा मीटू आंदोलन चला, तो मैंने फिल्म उद्योग के अपने कई सहयोगियों के साथ स्पष्ट कहा था कि मैं कार्यस्थल पर हर एक महिला का सम्मान करता हूं और मैं उनके खिलाफ किसी भी अन्याय या अत्याचार का समर्थन नहीं करता हूं. मेरे उस रुख में कुछ भी बदलाव नहीं आया है.’’
क्या तैमूर अली खान पर फिल्म बना रहे हैं मधुर भंडारकर? निर्देशक ने दिया ये जवाब तनुश्री ने कहा था कि नाथ पर सार्वजनिक तौर पर लगाए गए आरोपों के बाद उनके दृश्यों को फिर से शूट करना संभव था, लेकिन नहीं, उन्हें तो अपनी फिल्म में कथित बलात्कारी को रखना था और न केवल (आरोप लगाने वाली विंता नंदा के) उनपर बल्कि हम सभी के जख्मों पर नमक छिड़कना था.
'जीरो' के फ्लॉप होने पर SRK ने तोड़ी चुप्पी, कहा- हो सकता है मैंने गलत फिल्म बनाई हो उन्होंने अजय पर आलोकनाथ का बॉलीवुड में वापसी करने का समर्थन करने का भी आरोप लगाया. गौरतलब है कि अभिनेता आलोकनाथ पर लेखक विंता नंदा ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और फिलहाल उन्हें अग्रिम जमानत मिली हुई है.