नई दिल्ली: पॉपुलर टीवी सीरियल महाभारत में दुर्योधन का रोल निभाने वाले अभिनेता पुनीत इस्सर का मानना है कि खुद को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए जीवंत रहना बेहद जरूरी है. हाल ही में वे "द कश्मीर फाइल्स" की शूटिंग करके वापस लौटे हैं. यह साल उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनकी कई फिल्में रिलीज होंगी. इस्सर अभी भी काफी सक्रिय हैं और फिल्मों की शूटिंग में काफी व्यस्त हैं.

पुनीत इस्सर का मानना है कि महाभारत सीरियल के सभी कलाकार आज भी अपनी पुरानी इमेज में अटके हुए हैं. वे आज भी उसी जगह पर रह गए हैं. उनका मानना है कि उन्होंने इस छवि को तोड़कर अपने करियर को आगे बढ़ाया है. पुनीत कई बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं. उनकी एक्टिंग को दर्शक काफी पसंद भी करते हैं. उन्हें महाभारत में दुर्योधन का रोल मिलने के बाद काफी प्रसिद्धि मिली थी.

पुनीत 61 वर्ष के हैं और सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. वह कहते हैं कि, "मुझे समय के साथ बदलना पड़ा. मैं अपनी पुरानी इमेज से नहीं चिपका. यही कारण है कि महाभारत के अन्य कलाकारों की अपेक्षा मैं आज भी सक्रिय रूप से काम कर रहा हूं." वे अपने फिल्मी सफर में कभी भी एक शैली से नहीं बंधे. अलग-अलग फिल्मों में अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाते रहे हैं.

उन्होंने कहा, " मैंने कई फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाई. इसके बाद 1997 में रिलीज हुई बॉर्डर फिल्म में मैंने एक आर्मी मैन का किरदार निभाया. मैंने सलमान खान के साथ साल 2004 में फिल्म 'गर्व: प्राईड एंड ऑनर' का निर्देशन भी किया. मैंने एक रियलिटी शो भी किया जो मेरे लिए बहुत बदलाव वाला साबित हुआ. मैंने नई चुनौतियों को स्वीकार किया और नए क्षेत्रों की खोज करना पसंद करता हूं."

पुनीत इस्सर का मानना है कि उनके इसी अंदाज के कारण लोग अब भी उनके बारे में सोचते हैं और अपने प्रोजेक्ट में शामिल करते हैं. उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी के साथ बदलाव जरूरी है. अभिनय एक कला है जो बदलता नहीं है लेकिन समय के साथ दृष्टिकोण बदल जाता है. आज के समय में लोग चाहते हैं कि एक्टर बहुत स्वाभाविक रूप से परफॉर्म करें. उन्होंने कहा, "समय के साथ मुझे इन परिवर्तनों को मोड़ना और समायोजित करना पड़ा और मैंने किया."