Ideas of India: 'इंसान के जज्बात की जगह नहीं ले सकता...', AI जेनरेटेड गानों पर बोले सितारिस्ट मेहताब नियाजी
Ideas of India 2025: एबीपी आईडियाज ऑफ इंडिया समिट में म्यूजिक कंपोजर महेश राघवन, वोकलिस्ट निराली कार्तिक और सितारिस्ट मेहताब न्याजी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने म्यूजिक में AI की भूमिका पर बात की.

Ideas of India Summit 2025: टेक्नोलॉजी के इस एडवांस दौर में एआई का चलन बढ़ गया है. किसी सवाल का जवाब हासिल करने से लेकर किसी का फेक वीडियो बनाने तक में एआई का बड़ा रोल देखने को मिल रहा है. यहां तक कि म्यूजिक इंडस्ट्री में भी एआई का ट्रेंड बढ़ गया है.
एबीपी के आईडियाज ऑफ इंडिया समिट के चौथे संस्करण में म्यूजिक कंपोजर महेश राघवन, क्लासिकल वोकलिस्ट निराली कार्तिक और सितारिस्ट मेहताब न्याजी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने म्यूजिक में एआई की भूमिका पर बात की.
'एआई इंसान के जज्बात की जगह नहीं ले सकता'
आजकल म्यूजिशियन एआई के जरिए म्यूजिक कंपोज कर रहे हैं. वहीं एआई की वजह से किसी भी गाने को किसी की आवाज में तब्दील करना भी मुमकिन हो गया है. क्या आपको लगता है सितार में एआई का इस्तेमाल उसे बेहतर बना सकता है? इस सवाल पर सितारिस्ट मेहताब नियाजी ने कहा- 'मैंने अब तक सितार में एआई का इस्तेमाल नहीं किया है. लेकिन मुझे लगता है कि इंसान के जो जज्बात होते हैं एआई उसकी जगह नहीं ले सकता.'
मेहताब ने आगे कहा- 'जब आप आजकल ऐसे गानों के उदाहरण देखते हैं जो दिवंगत रफी साहब की आवाज में गाए जा रहे हैं, तो कहीं ना कहीं उसमें वो एक्सप्रेशन और इमोशन झलकते हैं.'
AI को लेकर क्या बोले महेश राघवन?
वहीं म्यूजिक कंपोजर महेश राघवन ने भी एआई को लेकर अपनी राय दी. उन्होंने कहा- 'एआई को मैं एक टूल की तरह इस्तेमाल करता हूं, वो मुझे रिप्लेस नहीं कर सकता. आखिरकार एआई डेटा से सीखता है, ये खुद कुछ क्रिएट नहीं कर सकता और ये जो भी क्रिएट करता है वो किसी के आईडिया पर बेस्ड होता है और वो ह्यूमन आईडिया होता है, है ना.'
'एआई के पास सभी ग्रेट सॉन्ग्स का सारा डेटा है'
निराली कार्तिक ने एआई को सपोर्ट किया और कहा- 'जब हम टेक्नोलॉजी की बात करते हैं तो म्यूजिक के लिए ये एक बहुत ब्रॉड टर्म है. मेरे हिसाब से जो एक चीज पूरी तरह शिफ्ट होने वाली है कि हम म्यूजिक को कैसे एक्सपीरयंस करते हैं और कैसे सुनते हैं, वो एआई है. क्योंकि अगर मैं कुछ अपनी आवाज में रिकॉर्ड करती हूं तो एआई उसे पूरी तरह एच शरण की आवाज में, लता जी की आवाज में बदल सकता है, जैसे कि आपने कई वायरल वीडियो में देखा होगा. आपने ऐसे कई गाने सुने होंगे और आप पता नहीं लगा पाएंगे कि वो एआई है या रियल वॉइस है. एआई के पास सभी ग्रेट सॉन्ग्स का सारा डेटा है.'
इस सवाल पर कि क्या एआई खराब चीज है, निराली ने कहा- 'ये खराब चीज नहीं है क्योंकि जब इंटरनेट आया तब तो ही महसूस हो रहा था कि ये हमें बर्बाद कर देगा. तो मैं एआई को एक ग्रेट टूल की समझती हूं और भले ही ये कुछ भी कर रहा हो लेकिन सोल नहीं ला सकता क्योंकि सोल का काम मेरा है.'
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