हिंदी सिनेमा की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी (Hema Malini) के आज भी लाखों चाहने वाले हैं. उन्होंने 70 और 80 के दशक में बहुत सी फिल्मों में अपनी अदाकारी का जलवा दिखाया. वहीं, साल 1979 में एक रोज़ जब हेमा मालिनी शाम को घर पहुंची तो मशहूर प्रड्यूसर प्रेम जी कुछ स्क्रिप्ट लेकर उनके घर बैठे हुए थे. कई सालों से प्रेम जी हेमा के साथ फिल्म बनाने की कोशिश कर रहे थे. हर बार हेमा को उनकी कहानी पसंद नहीं आती थी और इस बार भी ऐसा ही हुआ. ये तो हम सभी जानते हैं कि हेमा मालिनी कृष्ण भगवान की बहुत बड़ी भक्त हैं, इसीलिए जाते-जाते हेमा मालिनी ने प्रेम जी का दिल रखने के लिए कह दिया कि अगर आप 'मीरा' पर फिल्म बनाएंगे तो मैं आपके साथ जरूर काम करूंगी.
इस बात को प्रेम जी ने सीरियसली ले लिया और अगले ही दिन गुलज़ार के पास जाकर कहा कि 'मीरा' पर कहानी लिखों. जब कहानी लेकर प्रेम जी, हेमा के पास पहुंचे तो उनके पास इस ऑफर को रिजेक्ट करने का कोई विकल्प ही नहीं बचा था. 'मीरा' की शूटिंग शुरू हो गई लेकिन फिल्म ओवर बजट होने की वजह से इसकी शूटिंग बीच में ही रोकनी पड़ी. जब इस बात का पता हेमा मालिनी को लगा तो उन्होंने प्रेम जी को बुलाकर कहा कि 'मैं ये फिल्म पैसों के लिए नहीं बल्कि भगवान कृष्ण से प्यार की वजह से कर रही हूं. इस फिल्म के लिए आप मुझे जो भी देंगे, मैं रख लूंगी. आप शूटिंग शुरू कीजिए'.
इस बात से प्रेम जी ने तय किया कि वो हेमा मालिनी को दिनों के हिसाब से पैसे देंगे. आपको जानकर हैरानी होगी कि, उस फिल्म के लिए उन्हें जो भी पैसे मिलते थे उन पैसों को हेमा ने आज तक संभाल कर रखा है. उन सभी लिफाफों में से उन्होंने एक भी पैसा खर्च नहीं किया है. हेमा मालिनी का कहना है कि, 'ये भगवान कृष्ण का प्रसाद है और हमेशा अपने पास रखना चाहती हैं'.
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