जेब में जब मनी हो ना तो कुंडली में शनि होने से कोई फर्क नहीं पड़ता, ये हैं SCAM 1992 के हिट Dialogues
एबीपी न्यूज़ | 03 Feb 2021 07:25 PM (IST)
सीरीज में प्रतीक गांधी ने हर्षद मेहता की भूमिका निभाई थी जिसमें उन्हें बेहद पसंद किया गया. इस सीरीज़ को प्रतीक की ज़बरदस्त एक्टिंग के अलावा अपने बेहतरीन और दमदार डायलॉग्स के चलते बेहद सराहा गया.
2020 में वेब सीरीज़ स्कैम 1992(Scam 1992) ने अपने दमदार कंटेंट के चलते इतनी पॉपुलैरिटी बटोरी कि हर कोई दीवाना हो गया. इस वेब सीरीज में हर्षद मेहता की कहानी दिखाई गई थी जिसने 1992 में इंडियन स्टॉक मार्केट में एक बहुत बड़ा घपला किया था. सीरीज में प्रतीक गांधी ने हर्षद मेहता की भूमिका निभाई थी जिसमें उन्हें बेहद पसंद किया गया. इस सीरीज़ को प्रतीक की ज़बरदस्त एक्टिंग के अलावा अपने बेहतरीन और दमदार डायलॉग्स के चलते बेहद सराहा गया. तो आइए नज़र डालते हैं इस सीरीज़ के कुछ बेहतरीन डायलॉग्स पर... 1) जेब में जब मनी हो ना तो कुंडली में शनि होने से कोई फर्क नहीं पड़ता. 2) रिस्क है तो इश्क है. 3) देखो में सिगरेट नहीं पीता पर जेब में लाइटर ज़रूर रखता हूं, धमाका करने के लिए. 4) प्रॉफिट दिखता है तो हर कोई झुकता है. 5) सक्सेस क्या है, फेल्योर के बाद का चैप्टर. 6) इमोशन में इंसान हमेशा गलती करता है. 7) लोचा, लफड़ा और जलेबी फाफड़ा, इसको गुजरती की लाइफ से कोई नहीं निकाल सकता. 8) ओल्ड स्कूल हो या न्यू स्कूल, सबके सिलेबस में एक सब्जेक्ट कॉमन होता है-प्रॉफिट और वो मेरा फेवरेट सब्जेक्ट है. 9) बिजनेस में सेचुरेशन आता है, दिमाग में थोड़ी. 10) शेयर मार्केट इतना गहरा कुआँ है ना जो पूरे देश की पैसे की प्यास बुझा सकता है. 11) मैं मार्केट में जाकर भाषणबाजी नहीं करना चाहता, सीधा लोगों के भरोसे पे खेलना चाहता हूं.