एक्टर और फिल्म मेकर अनंत महादेवन अपनी मौत की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हंस पड़े, साथ ही उन्हें आश्चर्य भी हुआ. सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट काफी वायरल हो रहा है, जिसमें बताया गया है कि महादेवन की मृत्यु 17 अप्रैल को हो गई है. फर्जी समाचार में कहा गया है, "16 बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता रहे महादेवन की 17 अप्रैल को उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण निधन हो गया."
अफवाह पर हंसते हुए अनंत ने कहा, "मुझे लगता है कि हर कलाकार को अपने जीवनकाल में एक बार मीडिया में मरना पड़ता है. मुझे लगता है, इस बार मेरी बारी थी. आश्चर्य है कि इसके चयनकर्ता कौन थे! लेकिन उनका 16 बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता.. कुछ ऐसा है जो मुझे पसंद आया. मेरे पास पहले से ही दो हैं. अब मुझे 14 और पाने की जरूरत है. इसका मतलब है कि मुझे लंबे समय तक रहना होगा, क्योंकि जूरी इतने उदार नहीं हैं."
वहीं उन्होंने अपील की, "मुझे लगता है कि हाल-फिलहाल के दिनों में कई दुर्भाग्यपूर्ण मौतें हुई हैं. इसलिए मरने का समय नहीं है. कृपया ऐसी काल्पनिक खबरें फैलाना बंद करें."
आपको बता दें कि अनंत महादेवन ने अपने करियर की शुरुआत साल 1980 से की थी. उन्होंने हिंदी सिनेमा की कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया. वह उस दौरान के हिंदी सिनेमा जगत के उभरते हुए खलनायकों में से एक थे. उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम साल 1989 में टीवी शो इन्द्रधनुष से रखा था. उन्होंने हिंदी सिनेमा में कई फ़िल्में निर्देशित की, जिनमे दिल विल प्यार-व्यार, अगर, अक्सर,दिल मांगें मोर जैसी फ़िल्में शामिल हैं.