Related Quiz

सरोजिनी नगर मार्केट में कपड़े कहां से आते हैं?
यह कपड़े सीधे ब्रांडेड कंपनियों से आते हैं जिन्हें बाजार में सस्ती दरों पर बेचा जाता है।
ये कपड़े विदेशों से आते हैं, जहां लोग उन्हें एक बार पहनने के बाद फेंक देते हैं या दान कर देते हैं।
अधिकतर कपड़े बड़े ब्रांड और दुकानों के रिजेक्टेड माल होते हैं जिन्हें थोक में खरीदा जाता है।
यह कपड़े स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए जाते हैं और कम कीमतों पर बेचे जाते हैं।
कथावाचक शिवम साधक महाराज के अनुसार, सरोजिनी मार्केट के कपड़ों के बारे में क्या चिंता है?
इन कपड़ों में कीड़े और फफूंद लग सकते हैं।
यह कपड़े निम्न गुणवत्ता वाले होते हैं और जल्दी फट जाते हैं।
इन कपड़ों में पहनने वाले की अधूरी इच्छाएं और नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है।
ये कपड़े अत्यधिक रंग छोड़ते हैं और पहनने पर त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
Advertisement
सरोजिनी नगर मार्केट के कपड़े खरीदते समय क्या सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है?
कपड़ों को खरीदने से पहले धूप में सुखाएं।
कपड़ों को सीधा पहनने से पहले ड्राई क्लीन करवाएं।
कपड़ों को खरीदने के बाद नमक वाले पानी से धोकर पहनें।
कपड़ों को पहनने से पहले परफ्यूम लगाएं।
दुकानदारों के अनुसार, सरोजिनी नगर मार्केट में कपड़े कहां से आते हैं?
कपड़े सीधे ब्रांडेड फैक्ट्रियों से आते हैं।
ये कपड़े विदेशों से आयात किए जाते हैं।
ये कपड़े पश्चिमी दिल्ली के रघुबीर नगर से थोक में खरीदे जाते हैं।
ये कपड़े स्थानीय दर्जी बनाते हैं।
दुकानों में थोक में आए कपड़ों के बारे में क्या सच है?
कपड़े महंगे होते हैं क्योंकि वे ब्रांडेड होते हैं।
कपड़े साफ-सुथरे और अच्छी तरह से पैक होते हैं।
कपड़े अक्सर गंदे होते हैं और अच्छी तरह से संग्रहीत नहीं किए जाते हैं।
कपड़े केवल नए डिजाइन के होते हैं।
Your Score
2/10