Uttar Pradesh Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव रोचक हो चला है. यहां 10 सीटों पर चुनाव होना है. बीजेपी ने जहां यूपी में 8 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि 3 सीटों पर समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों का ऐलान किया है. सियासी गणित कुछ ऐसी है कि बीजेपी के आठवें उम्मीदवार की एंट्री ने सपा का खेल बिगाड़ दिया है. 


बीजेपी ने संजय सेठ के रूप जो आठवां उम्मीदवार उतारा है वो समाजवादी पार्टी के बीच आपसी लड़ाई की वजह से है. पहले बीजेपी ने 7 उम्मीदवार उतारे थे. ऐसे में सपा की लिस्ट पर सवाल उठने के बाद बीजेपी ने नॉमिनेशन के आखिरी दिन संजय सेठ का तुरुप के इक्के के रुप में नामांकन कराया. 


सीट 10 उम्मीदवार 11  
समाजवादी पार्टी की राज्यसभा की लिस्ट में जया बच्चन, रामजी सुमन और आलोक रंजन हैं. वहीं भारतीय जनता पार्टी के यूपी के उम्मीदवारों में आरपीएन सिंह, चौधरी तेजवीर सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, सुधांशु त्रिवेदी, साधना सिंह, नवीन जैन और संजय सेठ हैं.


क्या है नंबर गेम
नंबर गेम ये है कि सीटें 10 हैं और प्रत्याशी 11. ऐसे में अब 10वीं सीट के लिए चुनावी लड़ाई होगी, दांव-पेंच के जरिए इस सीट पर प्रत्याशी राज्यसभा जाएगा. बीजेपी के 8वें उम्मीदवार संजय सेठ कभी समाजवादी पार्टी के साथ थे. सपा के समर्थन से राज्यसभा से सांसद भी थे. उन्हें उतारकर बीजेपी ने सपा का खेल बिगाड़ दिया है. 


क्यों आसान नहीं है लड़ाई
संजय सेठ को राज्यसभा भेजने के लिए बीजेपी के पास 10 वोटों की कमी है. इसके साथ ही जयंत चौधरी के मुस्लिम विधायकों की टूट का डर भी संजय सेठ के लिए मुश्किल है. जयंत के चौधरी के 9 में से 4 विधायक सपा के हैं, जो आरएलडी के टिकट पर 2022 में चुनाव जीते थे. इसके अलावा ओपी राजभर के 3 विधायकों के टूट का डर भी है, जो उनके सिंबल पर चुनाव जीते हैं. बसपा का एक वोट अभी असमंजस की स्थित है. 


बीजेपी के पास कितने वोट
राज्यसभा में 10 सीटें हैं. एक सीट के लिए 37 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के पास 252 वोट हैं. अपना दल के 13 वोट हैं, वहीं RLD के 9 वोट हैं. बीजेपी के उम्मीदवार 7 हैं और वोटों की संख्या चाहिए 259. इसके साथ ही निषाद पार्टी के 6 वोट हैं, वहीं सुभासपा के पास 6 वोट हैं. ये सब मिलाकर-286  का टोटल बनता है. इसका मतलब 8वें उम्मीदवार के लिए बीजेपी के पास 27 वोट हैं, जबकि 37 वोटों की जरूरत है.


सपा के पास कितने वोट
सपा के पास जेल के विधायकों को मिलाकर 108 वोट हैं. कांग्रेस के 2 वोट हैं. तीन उम्मीदवारों को जिताने के लिए 1 और वोट की जरूरत  है. अगर पल्लवी पटेल सपा के उम्मीदवार को वोट नहीं देती हैं तो 2 वोटों की जरूरत होगी और अगर जेल वाले विधायक नहीं आते हैं तो हो सकता है 4 वोटों की जरूरत पड़ जाए. हालांकि ऐसी स्थिति में वोटों का गणित भी बदल सकता है. वहीं अगर वरीयता में वोटिंग होती है तो संजय सिंह को वहां भी फायदा हो सकता है. 


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