Uttarakhand Municipal Elections: उत्तराखंड के हरबर्टपुर नगरपालिका चुनाव से ठीक दो दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी यामिनी रोहिला को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. बता दें कि कोर्ट ने उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है जिससे राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. जानकारी के अनुसार ये फैसला खासतौर पर जाति प्रमाण पत्र को लेकर छिड़े विवाद की वजह से आया है.
सुप्रीम कोर्ट की सिंगल बेंच ने हरबर्टपुर नगरपालिका की चेयरमैन सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी यामिनी रोहिला के चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी है. यह मामला उनके जाति प्रमाण पत्र से जुड़ा हुआ था. रिटर्निंग अधिकारी ने यामिनी रोहिला के जाति प्रमाण पत्र पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट की डबल बेंच का आदेश रद्द करते हुए उन्हें चुनावी मैदान से बाहर कर दिया. इस फैसले से राज्य के राजनैतिक माहौल में उथल-पुथल मच गई है.
सीएम धामी का चुनावी प्रचार जारी
निकाय चुनावों से पहले राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्रचार जोरों पर है. वे लगातार अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार कर रहे हैं और बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इसी के साथ देहरादून में कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में 26 वादों का ऐलान किया है. इन वादों में मलिन बस्तियों की सफाई, पानी की आपूर्ति, बेहतर कानून व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट, पार्किंग व्यवस्थाएं और ग्रीन उत्तराखंड बनाने का वादा किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले से चुनावी समीकरणों में बदलाव
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने हरबर्टपुर नगरपालिका सीट पर चुनावी समीकरणों को बदल दिया है. इस फैसले के बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज होने की संभावना है. जहां कांग्रेस ने चुनावी वादों के जरिए मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की है वहीं बीजेपी भी इस मौके का फायदा उठाने में लगातार जुटी हुई है.