पंजाब में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में अंदरूनी कलह जारी है. मुख्यमंत्री उम्मीदवार के ऐलान से पहले पार्टी नेताओं के बीच आई दरार का फायदा अब अरविंद केजरीवाल ने उठाने की कोशिश की है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने प्रदेश कांग्रेस की दुखती रग पर हाथ रखते हुए कहा है कि, सीएम उम्मीदवार के तौर पर सुनील जाखड़ का नाम क्यों नहीं शामिल किया गया है?

सुनील जाखड़ के बगावती सुरबताया जा रहा है कि रविवार को राहुल गांधी पंजाब के लिए अपना सीएम उम्मीदवार घोषित कर सकते हैं, जिसमें चरणजीत सिंह चन्नी सबसे आगे चल रहे हैं. उनके बाद सिद्धू का नाम लिया जा रहा है. लेकिन पार्टी के बड़े नेता सुनील जाखड़ भी अपना दावा पेश कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में इसके बड़े संकेत भी दे दिए हैं. सुनील जाखड़ ने अपनी जनसभा के दौरान बताया कि, जब कैप्टन अमरिंदर सिंह का इस्तीफा हुआ तो उन्हें सीएम बनाने के समर्थन में 42 विधायक थे. वहीं चन्नी को सिर्फ दो विधायकों का समर्थन मिला था. 

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केजरीवाल ने मौका देखकर मारा चौका अब सुनील जाखड़ के इन बागी तेवरों को देखते हुए अरविंद केजरीवाल ने भी मौके का फायदा उठाने की कोशिश की है. केजरीवाल ने कहा कि, कांग्रेस पंजाब में लोगों को चन्नी जी और सिद्धू जी में से एक को CM चेहरा चुनने को कह रही है. कांग्रेस ने जाखड़ जी का नाम क्यों नहीं शामिल किया? केजरीवाल ने ये सवाल उठाकर पंजाब कांग्रेस की कलह को और बढ़ाने का काम करने की कोशिश की है. 

कांग्रेस की लड़ाई में AAP का फायदाबता दें कि पंजाब कांग्रेस में पिछले कई महीनों से ये कलह जारी है. साथ ही ये बात भी किसी से छिपी नहीं है कि इस बार आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की टक्कर है. ऐसे में कांग्रेस के इस झगड़े का पूरा फायदा केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को मिलता दिख रहा है. अब चुनाव से ठीक पहले भी AAP इसे पूरी तरह भुनाने की कोशिश में जुट गई है. 

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