दिल्ली चुनाव: AAP के घोषणापत्र में ये मुद्दे हो सकते हैं प्रमुख, दोहराए जा सकते हैं पुराने वादे
बता दें कि 2015 में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी, जबकि बीजेपी को महज तीन सीटों पर ही जीत मिली थीं. 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का खाता भी नहीं खुला था.दिल्ली चुनाव: मनीष सिसोदिया ने इस मामले में मारी बाजी, केजरीवाल पिछड़े
एबीपी न्यूज़, एजेंसी | 04 Feb 2020 12:52 PM (IST)
बीजेपी विधायकों की तुलना में आम आदमी पार्टी के विधायकों को सर्वे में ज्यादा बेहतर रेटिंग मिले हैं. टॉप 5 में बीजेपी का एक भी विधायक नहीं है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: दिल्ली की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी को मतदान होने जा रहा है. 11 फरवरी को आने वाले नतीजों के साथ ही दिल्ली को 70 नए विधायक और एक नई सरकार मिल जाएगी. हालांकि उससे पहले आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता मनीष सिसोदिया के लिए अच्छी खबर है. नेता एप द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सर्वाधिक लोकप्रिय विधायक हैं. सोमवार को जारी सर्वेक्षण के निष्कर्ष से यह बात सामने आई कि सिसोदिया, केजरीवाल को पीछे छोड़ते हुए लोकप्रिय नेताओं में सबसे ऊंचे पायदान पर हैं. एप आधारित मूल्यांकन से पता चलता है कि पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले सिसोदिया लोकप्रिय विधायकों में 5 में से 4.3 अंक पाकर शीर्ष पर हैं. उनके बाद हरि नगर से आप के विधायक जगदीश सिंह का स्थान है, जिन्हें 4 अंक मिले हैं. संगम विहार से आप के विधायक दिनेश मोहनिया और बादली से आप के विधायक अजेश यादव बराबर अंक पाकर तीसरे पायदान पर हैं. इन पांचों विधायकों में नई दिल्ली से विधायक केजरीवाल 5 में से 3.5 अंक लेकर चौथे पायदान पर हैं. रोचक तथ्य यह है कि मौजूदा दिल्ली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के कोई विधायक शीर्ष 5 लोकप्रिय नेताओं में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं. नेता एप द्वारा जारी बयान में कहा गया है, "नेता एप ने आज दिल्ली विधानसभा चुनाव, 2020 से पहले दिल्ली के मौजूदा विधायकों का नेता मूल्यांकन परिणाम जारी किया. यह मूल्यांकन बीते 2 साल के काम पर 6.5 लाख उत्तरदाताओं से मिले जवाब पर आधारित है. इससे जाहिर होता है कि दिल्लीवासी अपने राजनीतिक प्रतिनिधियों के काम को किस रूप में देखते हैं." लोगों ने स्वास्थ्य और शिक्षा सहित अन्य तरह के कार्यो के आधार पर अपने विधायकों का मूल्यांकन किया है. आंकड़ों पर गौर करें तो मूल्यांकन में आप विधायकों को औसतन 2.51 अंक मिले हैं जबकि भाजपा विधायकों को 2.4 अंक मिले हैं. दिल्ली विधानसभा में भाजपा की 4 सीटें हैं.