मुंबई: चुनावी राजनीति में पदार्पण करते हुए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने बृहस्पतिवार को मुंबई में वरली विधानसभा सीट से जीत दर्ज की. ठाकरे परिवार से कोई चुनाव लड़ने वाले पहले सदस्य 29 साल के आदित्य ने राकांपा के अपनी करीबी प्रतिद्वंद्वी सुरेश माने को 70,000 से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया.


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चुनाव प्रचार अभियान के दौरान आदित्य ठाकरे ने कई रोडशो किए थे और पैदल मार्च निकाले थे. उन्होंने आरे कॉलोनी में पेड़ों को काटने तथा मुंबई की नाइटलाइफ जैसे मुद्दे उठाए थे. युवा शिवसेना नेता ने अपने प्रचार अभियान के दौरान कहा था कि वह अपने निर्वाचन क्षेत्र को "विकास का मॉडल" बनाना चाहते हैं. उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में गैर-मराठी मतदाताओं तक भी पहुंच बनायी थी.


लोगों को सत्ता का गुरूर पसंद नहीं आता- पवार


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के शुरुआती रुझानों में भाजपा-शिवसेना गठबंधन के 220 सीट जीतने के लक्ष्य से काफी पीछे रहने का संकेत मिलने के साथ ही राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि संदेश यह है कि लोगों को "सत्ता का गुरूर" पसंद नहीं. पवार ने यह भी कहा कि लोगों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को विपक्ष में ही रखना चाहा है और पार्टी सरकार बनाने का प्रयास नहीं करेगी.


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पवार ने कहा, "लोगों को 220 सीट (288 में से) की बात नहीं भाई. राकांपा जनादेश को विनम्रता पूर्वक स्वीकार करती है. कांग्रेस, राकांपा, पीडब्ल्यूपी, स्वाभिमानी शेतकरी संघटना और अन्य सहयोगियों ने पूरे दिल से एक-दूसरे का सहयोग किया. चुनाव परिणाम दिखाते हैं कि लोगों को सत्ता का गुरूर पसंद नहीं."


उन्होंने कहा, "लोगों ने हमसे विपक्ष में रहने को कहा है. किसी तरह सत्ता में आने का विचार हमारे जहन में आता नहीं. हम अपना जनाधार बढ़ाने पर काम करेंगे."