नयी दिल्ली: महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के चरम पर पहुंचने के साथ ही कांग्रेस ने सोशल मीडिया में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और अब आखिरी कुछ दिनों में भाईचारे, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था के मुद्दों को आगे रखकर पार्टी बीजेपी-शिवसेना के राष्ट्रवाद के विमर्श की काट करने की कोशिश में है.


मुंबई से संचालित हो रहे पार्टी के वार रूम में इन दिनों 350 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता सोशल मीडिया के जरिये पार्टी के संदेशों को मुख्य रूप से युवा एवं महिला मतदाताओं तक ले जाने की कोशिश में है. राज्य में चुनावी प्रबन्धन की जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती चुनावी विमर्श को रोजगार, अर्थव्यवस्था एवं विकास के मुद्दों के इर्द-गिर्द रखने की है और आखिरी कुछ दिनों में पार्टी की पूरी कोशिश इसी पर केंद्रित रहेगी.


कांग्रेस महासचिव और पार्टी के चुनाव कंट्रोल रूम के प्रभारी अविनाश पांडेय ने बताया, 'सोशल मीडिया में हमारा मुख्य ध्यान युवाओं और महिलाओं पर है. हम मतदताओं तक भाईचारे और विकास से जुड़े मुद्दों को प्रमुखता से पहुंचा रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'भाजपा की तरफ से झूठा प्रचार चल रहा है . हम उसी के बारे में लोगों, खासकर युवाओं और महिलाओं को जागरूक कर रहे हैं.' पांडेय ने बताया, ' हम लोगों को यह समझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा और शिवसेना असल मुद्दों से लोगों का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इनके पास दिखाने के लिए कुछ नहीं है.' पार्टी का वार रूम सोशल मीडिया अभियान के माध्यम से विधानसभा स्तर के मुद्दों को भी लोगों तक पहुंचाने की कोशिश में है.


पार्टी की सोशल मीडिया रणनीति से जुड़े एक पदाधिकारी ने बताया, 'महाराष्ट्र में पीएमसी बैंक का मामला सामने के आने के बाद सोशल मीडिया में बीजेपी सरकार की नीतियों को लेकर भी नाराजगी स्पष्ट तौर पर है. हमें विश्वास है कि आखिर में पूरा चुनावी विमर्श रोजगार और अर्थव्यवस्था पर केंद्रित होगा.' गौरतलब है कि राज्य की सभी 288 विधानसभा सीटों के लिए आगामी 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी.