Lok Sabha Elections 2024: काराकाट में सातवें चरण के तहत वोटिंग होगी और यहां पर 1 जून को वोट डाले जाएंगे. बीजेपी की तरफ से प्रेशर बनाए जाने के बाद भी पवन सिंह नहीं माने और सीट से नामांकन कर दिया. साथ ही बैकअप प्लान के तहत अपनी मां प्रतिमा देवी का भी नामांकन कराया है. बीजेपी के नेताओं की तरफ से आ रहे बयानों पर पवन सिंह ने कहा कि अब पीछे हटने का सवाल ही नहीं है.


भोजपुरी गायक और अभिनेता पवन सिंह ने कहा कि नामांकन वापस नहीं लूंगा, आगे बढ़ गए हैं, तो बढ़ गए हैं. हालांकि नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन (17 मई) भी बीजेपी और एनडीए नेताओं को उम्मीद है कि पवन सिंह नामांकन वापस लेकर एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा के लिए राह आसान बनाएंगे.


नहीं माने पवन सिंह


निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान पर बीजेपी ने पवन सिंह को नामांकन करने से रोकने की काफी कोशिशें की थी. उन्हें दिल्ली भी बुलाया गया था. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने साफ तौर पर कहा था कि उनके नामांकन के बाद बीजेपी से बाहर कर दिया जाएगा. पवन सिंह नहीं माने और लाव लश्कर के साथ सासाराम जिला मुख्यालय पहुंचे और नामांकन दाखिल किया था. बिहार के पर्यटन मंत्री प्रेम कुमार भी पवन सिंह को चेतावनी दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि अगर पवन सिंह ने नामांकन वापस नहीं लिया तो उन पर कार्रवाई होगी. ऐसा माना जा रहा है कि इन सारी बातों से परेशान होकर ही पवन सिंह ने अपनी मां को मैदान में उतारा है.


मां का भी कराया नामांकन


अपनी मां के नामांकन के संबंध में पूछे गए एक सवाल के जवाब में पवन सिंह ने कहा कि वजह क्या है, यह हम ही आपको बताएं? आप लोग नहीं सोच सकते हैं? हर इंसान अपने जीवन में कुछ सोच समझकर चलता चाहता है, चाहे वो हम हों या आप? मां का नामांकन बस एक रणनीति का हिस्सा है. अब ऐसी चर्चा है कि पवन सिंह का नामांकन सही पाए जाने के बाद उनकी मां प्रतिमा देवी पर्चा वापस ले लेंगी.


कुशवाहा से मुकाबला


बीजेपी ने पवन सिंह को पहले पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया था. पहले तो पवन सिंह टिकट मिलने से काफी खुश थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना टिकट वापस कर दिया. इसके बाद पवन सिंह काराकाट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोंकने पहुंच गए. काराकाट से एनडीए उम्मीदवार के रूप में उपेंद्र कुशवाहा मैदान में हैं.