Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल के साथ सीट शेयरिंग का मामला सुलझा लिया है. ममता के साथ भी बात बनने की खबर है, लेकिन इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग यूडीएफ गठबंधन में तीन सीटों की मांग पर अड़ी हुई है. यह पार्टी केरल में कांग्रेस की प्रमुख सहयोगी है. ऐसे में पार्टी ने तय किया है कि वह तीसरी सीट की मांग से पीछे नहीं हटेगी. खबरों के अनुसार एआईएमएल के नेता कांग्रेस से नाराज हैं, क्योंकि कांग्रेस उनकी मांग को अनदेखा कर रही है. हालांकि, इसके बावजूद पार्टी को उम्मीद है कि कांग्रेस उनके पक्ष में फैसला सुनाएगी. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग संकेत दे चुकी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो पार्टी अकेले चुनाव लड़ सकती है.


कांग्रेस ने द्विपक्षीय वार्ता को जारी रखने का फैसला किया है और अब रविवार को फिर यूडीएफ मीटिंग होगी. रिपोर्ट के अनुसार तीसरी सीट को लेकर मांग आगे बढ़ी, क्योंकि कांग्रेस लोकसभा के बदले राज्यसभा में एक सीट देकर पार्टी को मनाने में सफल नहीं हुई. इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राज्य सचिव का कहना है कि यूडीएफ में एक पार्टी सीटों का बंटवारा नहीं करती है. सभी पार्टियों के पास अपना मत रखने का बराबरी का अधिकार है.


तीसरी सीट को लेकर समझौता नहीं करेगी IUML
 इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अध्यक्ष पनक्कड़ सादिक अली शिहाब थंगल ने भी साफ किया है कि उनकी पार्टी तीसरी सीट को लेकर कोई समझौता नहीं करेगी. केसी वेणुगोपाल का भी मानना है कि आईयूएमएल के पास तीसरी सीट की मांग करने का पूरा अधिकार है. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि इस विषय में अंतिम फैसला यूडीएफ का ही होगा. सीपीएम के नेताओं ने भी आईयूएमएल की तीसरी सीट की मांग का समर्थन किया है. 


अब तक इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग मलप्पुरम जिले की (पोन्नई और मलप्पुरम) दो सीटों पर ही चुनाव लड़ती आई है, लेकिन इस बार पार्टी तीसरी सीट की मांग कर रही है. खबरों के अनुसार आईयूएमएल ने वायनाड, वडाकरा याकासरगोद में से किसी एक सीट की मांग की है.

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