Bollywood In Indian Politics: भारत में राजनीति और सिनेमा का बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है. लोकसभा चुनाव 2024 में भी बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रनौत को बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने सुपरस्टार शत्रुघ्न सिन्हा को आसनसोल लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है. इसी बीच आज (8 अप्रैल 2024) को सुपरस्टार संजय दत्त ने भी सियासी गलियारों में उनके चुनाव लड़ने की अटकलों को लेकर सोशल मीडिया ऐप एक्स के माध्यम से साफ कर दिया है कि, अगर वो चुनाव लड़ेंगे तो सामने से खुद ही बताएंगे.


उन्होंने अपने एक्स पोस्ट पर लिखा कि, "मैं फिलहाल कोई भी राजनीतिक पार्टी जॉइन नहीं कर रहा हूं और ना ही चुनाव लड़ रहा हूं, अगर ऐसा करूंगा तो सामने से आप सबको बताऊंगा". राजनीति में समय-समय पर बॉलीवुड से दिग्गज आते रहें हैं. कई अपनी प्रतिभा के दम पर राजनीति में मन लगा बैठते हैं तो कइयों का इस दुनिया में मन नहीं लगा.


बॉलीवुड से कई अभिनेता और अभिनेत्रियों ने चुनावी मैदान में अपनी भी किस्मत आजमाई है तो कई लोग बस राजनीतिक पार्टी बदलने तक ही सिमित रहें हैं. जानिए ऐसे ही सितारों का सियासी सफर.


अमिताभ बच्चन


सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने साल 1984 लोकसभा चुनाव में दोस्त राजीव गांधी के कहने पर कांग्रेस पार्टी की टिकट पर इलाहाबाद लोकसभा का चुनाव लड़े. उनका मुकाबला उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा से था. उन्होंने चुनाव में अच्छे खासे मार्जिन से हेमवती बहुगुणा को पटखनी भी दी. हालाकिं बाद में महानायक अमिताभ बच्चन को राजनीति ज्यादा रास नही आई. उन्होंने 3 साल में ही सांसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. राजनीति से संन्यास लेते वक्त अमिताभ बच्चन ने कहा था, ''पॉलिटिक्स में आना एक गलती थी, मैं भावनाओं में बह गया था''.


संजय दत्त 


प्रशंसकों के लिए संजू  यानी की संजय दत्त की राजनीतिक पारी भी किसी फिल्म से कम नहीं रही है. उन्होंने, अपने सियासी करियर की शुरुआत साल 2009 में समाजवादी पार्टी से की थी. हालाकिं वो जब एक बार चुनाव मैदान में उतरे थे तो सुप्रीम कोर्ट ने उनका चुनावी पर्चा ही रद्द कर दिया था, जिसके बाद वो चुनाव नहीं लड़ पाए थे. अब एक बार फिर सियासी बाजार में संजू बाबा के राजनीति में उतरने की अटकलें तेज हैं.


धर्मेंद्र


बॉलीवुड अभिनेता धमेंद्र ने भी साल 2004 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. उन्होंने, राजस्थान के बीकानेर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. धर्मेंद्र ने इस चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज प्रत्याशी बलराम जाखड़ को हराया था. दिलचस्प बात यह है कि बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ को साल 2019 लोकसभा चुनाव में धर्मेंद्र के बेटे एक्टर सनी देओल ने गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र में पटखनी दी थी.


शत्रुघ्न सिन्हा


बॉलीवुड सुपरस्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत बीजेपी से की थी. वो अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री भी रहे थे. उन्होंने, साल 2019 में कांग्रेस पार्टी का हाथ थाम लिया मगर उनका यहां भी ज्यादा दिन तक मन नहीं लगा. इसके बाद शत्रुघ्न सिन्हा ने साल 2022 में तृणमूल कांग्रेस जॉइन कर ली थी. लोकसभा चुनाव 2024 में वो आसनसोल लोकसभा सीट से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.


सनी देओल


'ढाई किलो के हाथ' के लिए प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता सनी देओल ने अपनी सियासी पारी साल 2019 लोकसभा चुनाव से शुरू की थी. जब वो बीजेपी के टिकट पर गुरदासपुर लोकसभा से सांसदी जीतकर संसद पहुंचे थे. हालाकिं राजनीति से उनका मन पांच साल में ही भर गया. इस बार बीजेपी ने मौजूदा सांसद सनी देओल की जगह लोकल कैंडिडेट दिनेश सिंह बब्बू को मौका दिया है.


उर्मिला मातोंडकर


अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने अपने सियासी करियर का आगाज साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतर कर किया था. उन्होंने नार्थ मुंबई लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा पर हार गई. इसके बाद उर्मिला ने पांच महीने के अंदर कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया था. पिछले ही साल उन्होंने शिवसेना जॉइन की थी पर सियासी गलियारों में उनकी बातें काम ही होती है.


राजपाल यादव


अभिनेता राजपाल यादव बॉलीवुड में अपनी उम्दा एक्टिंग के लिए जाने जाते है. उन्होंने, साल 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में खुद की पार्टी सर्व सम्भाव से चुनाव लड़ा पर सफलता न मिलने के बाद सियासत से दूरी बना ली.


शेखर सुमन


एक्टर शेखर सुमन ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर साल 2009 में ही अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे. पटना साहिब के इस महामुकाबले में शत्रुघ्न सिन्हा से शेखर को हार मिली थी, जिसके बाद उन्होंने राजनीतिक को अलविदा कह दिया था.


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